Move to Jagran APP

गोवा : जन्माष्टमी पर नहीं होगा 'दही हांडी' आयोजन, गणेश चतुर्थी को लेकर भी गाइडलाइन जारी

इस साल गोवा के किसी भी जिले में जन्माष्टमी के दौरान दही हांडी के आयोजन को अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा जिलों में सोशल गैदरिंग भी नहीं होगी।

By Neel RajputEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 08:00 AM (IST)
गोवा : जन्माष्टमी पर नहीं होगा 'दही हांडी' आयोजन, गणेश चतुर्थी को लेकर भी गाइडलाइन जारी
गोवा : जन्माष्टमी पर नहीं होगा 'दही हांडी' आयोजन, गणेश चतुर्थी को लेकर भी गाइडलाइन जारी

पणजी, एएनआइ। जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी त्योहार को लेकर गोवा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Goa Disaster Management Authority- GDMA) ने जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बढ़ते कोरोना संकट को देखते हुए राज्य में गाइडलाइन जारी की गई हैं। नई गाइडलाइन के मुताबिक, संबंधित निकायों द्वारा बाजारों पर निगरानी रखी जाएगी और पुलिस को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन करें।

loksabha election banner

इस साल राज्य के किसी भी जिले में जन्माष्टमी के दौरान 'दही हांडी' के आयोजन को अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा जिलों में सोशल गैदरिंग नहीं होगी। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, हाथ धोना और सेनिटाइजर का इस्तेमाल इन सभी मानदंडों का त्योहारों के दौरान ख्याल रखने के निर्देश दिए गए हैं।

दिशा-निर्देशों के मुताबिक, "स्थानीय निकायों और पुलिस द्वारा बाजारों की निगरानी सुनिश्चित की जाएगी ताकि सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों को बनाए रखा जा सके। भीड़ को रोकने के लिए बाजारों को देर तक खोला जाना चाहिए।"

इसके अलावा गणेश चतुर्थी के दौरान यदि कोई व्यक्ति गोवा बॉर्डर पार करके तटीय राज्यों में गणेश प्रतिमा लेने के लिए जाता है और 24 घंटे के अंदर वापस आ जाता है तो उन्हें क्वारंटाइन या टेस्ट कराने की आवश्यकता नहीं होगी। त्योहार के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले गोवा मूल के लोगों को राज्य में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। हालांकि उनके पास इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा ऑथोराइज लैब की टेस्ट रिपोर्ट होनी चाहिए और टेस्ट रिजल्ट की तारीख तक या 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रहना आवश्यक है। राज्य से बाहर उत्सव के लिए गोवा जाने वाले व्यक्तियों को गोवा से 'निकास परमिट' की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, उनको गोवा वापस लौटने पर, मौजूदा प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।

संक्रमितों को बेहतर सेवा देने के लिए एम्स के दिशा-निर्देशों का किया जाएगा पालन : स्वास्थ्य मंत्री

गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत पी राणे ने कहा है कि राज्य में कोरोना के मरीजों को बेहतर देखभाल देने के लिए, गोवा सरकार एम्स और अन्य शीर्ष मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रस्तावित दिशा-निर्देशों के अनुरूप उपचार प्रोटोकॉल का पालन करेगी। उन्होंने बताया कि इसे लेकर COVID-19 से संबंधित मामलों के प्रबंधन के लिए गठित विशेषज्ञ समिति के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी।

राणे ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा, "राज्य में COVID-19 मामलों के उपचार के लिए एक उपचार प्रोटोकॉल को परिभाषित करने के उद्देश्य से, हमने COVID -19 से संबंधित मामलों के प्रबंधन के लिए गठित विशेषज्ञ समिति के साथ एक बैठक की थी। राज्य में COVID-19 मरीजों को बेहतर देखभाल देने करने के लिए, हम एम्स और अन्य शीर्ष मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रस्तावित दिशा-निर्देशों के साथ उपचार के लिए प्रोटोकॉल का पालन करेंगे। इसके बाद हमने राज्य में प्लाज्मा डोनेशन ड्राइव को मजबूत करने पर चर्चा की।"


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.