शादी के लिए गीता ने रखी अनोखी शर्त, क्या आप गीता के लिए करेंगे यह काम?
पाकिस्तान से आई मूक-बधिर गीता के जीवनसाथी की खोज में पहला पायदान पूरा हुआ। गीता ने 26 प्रस्तावों में से 11 को निरस्त कर दिया।
नईदुनिया, इंदौर। पाकिस्तान से आई मूक-बधिर गीता के जीवनसाथी की खोज में बुधवार को पहला पायदान पूरा हुआ। गीता ने 26 प्रस्तावों में से 11 को निरस्त कर दिया। गीता द्वारा पसंद किए गए 15 युवकों के प्रस्ताव विदेश मंत्रालय को भेजे गए। गीता ने भावी दूल्हे के लिए शर्त रखी है कि उसे आठवां वचन उसके माता-पिता को तलाशने का भी देना होगा।
पाकिस्तान से आई मूक-बधिर की ओर से पसंद किए गए 15 युवकों के प्रस्ताव विदेश मंत्रालय को भेजे गए
बुधवार को गुपचुप तरीके से प्रशासन ने गीता को देशभर से आए बायोडाटा दिखाए। शाम तक प्रशासन ने बायोडाटा दिखाए जाने का स्थान सार्वजनिक नहीं किया था। पहले कलेक्टरेट फिर स्कीम 71 स्थित मूक-बधिर संगठन में बैठक करना तय हुआ। अचानक प्रशासन ने इसे बदलकर सुदामा नगर स्थित सूरज विद्या निकेतन में किया। यहां मूक-बधिर संगठन की मोनिका पंजाबी व सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र व मोनिका पुरोहित की मौजूदगी में गीता को बायोडाटा दिखाए गए।
पहले तो गीता काफी नर्वस नजर आ रही थी, लेकिन धीरे-धीरे वह सहज हो गई। उसे महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, केरल, ओडिशा से आए 26 युवकों के बायोडाटा व फोटो दिखाए गए। इनमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेटर, फोटोकॉपी दुकान संचालक, व्यापारी, लेखक, हलवाई आदि शामिल हैं। गीता ने 15 बायोडाटा को हरी झंडी दी। इनमें सात सामान्य, सात मूक-बधिर और एक पैरों से दिव्यांग है। इन्हें अगली प्रक्रिया के लिए विदेश मंत्रालय भेजा गया है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा लड़कों से मुलाकात के आदेश दिए जाएंगे। गीता ने इशारों में बताया- पहले मुझे अपने माता-पिता की तलाश करनी थी, उसके बाद शादी करनी थी। अगर सरकार चाहती है कि पहले मैं शादी करूं तो लड़के को माता-पिता की तलाश में मदद करनी होगी। साथ ही सामान्य लड़के द्वारा शादी तय होने पर उसे सांकेतिक भाषा सीखने की शर्त रखी है।माता-पिता डांटेंगे कि बिना पूछे शादी कर ली गीता ने कहा कि शादी के बाद माता-पिता मिल गए तो वो मुझे डाटेंगे कि मैंने उनसे बिना पूछे शादी कर ली।
उसे समझाया गया कि माता-पिता को बताया जाएगा कि वो ढाई साल से उन्हें तलाश रही थी। काफी परेशान होने के बाद शादी का निर्णय लिया।सिर्फ फोटो देखकर अंगुली रखीगीता बायोडाटा में लिखी जानकारी ज्यादा ठीक से समझ नहीं पा रही थी। सिर्फ फोटो देखकर हां या ना कह रही थी। जिनके फोटो अच्छे थे, उन पर अंगुली रख दी। हालांकि साथ में बैठे सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ उसे बायोडाटा में लिखे प्रत्येक बिंदु की सांकेतिक भाषा में जानकारी दे रहे थे। वह नौकरी वाले को प्राथमिकता दे रही थी।