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भगोड़े कारोबारी विजय माल्‍या के पास पैसे थे लेकिन कर्ज चुकाने का इरादा नहीं था

जांच में पता चला है कि जिन कर्जों के एवज में माल्या ने ये शेयर गिरवी रखे थे, उनके भुगतान के बावजूद यूटीआइ इन्वेस्टर सर्विसेज द्वारा इन शेयरों पर मालिकाना हक का प्रावधान नहीं हटाया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 10 Feb 2019 09:16 PM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 09:16 PM (IST)
भगोड़े कारोबारी विजय माल्‍या के पास पैसे थे लेकिन कर्ज चुकाने का इरादा नहीं था
भगोड़े कारोबारी विजय माल्‍या के पास पैसे थे लेकिन कर्ज चुकाने का इरादा नहीं था

नई दिल्ली, आइएएनएस। बंद हो चुकी निजी विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड (केएएल) के प्रमोटर्स के पास कर्ज चुकाने के लिए विभिन्न कंपनियों के शेयरों के रूप में 7,500 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की संपत्ति थी। लेकिन भगोड़े विजय माल्या और युनाइटेड ब्रिवरीज होल्डिंग्स लिमिटेड (यूबीएचएल) समेत अन्य प्रमोटर्स ने बैंकों के कर्ज भुगतान में कोई रुचि नहीं दिखाई। किंगफिशर मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चल रही जांच में यह बात सामने आई है।

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ईडी की जांच में पता चला है कि यूबीएचएल ग्रुप की कई सूचीबद्ध कंपनियों में माल्या और यूबीएचएल के 3,847.45 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर थे। यह भी पता चला है कि यूबीएचएल, युनाइटेड स्पि्रट्स, युनाइटेड ब्रिवरीज और मैक्डॉवेल में विजय माल्या के 1,773.49 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर थे।

इनमें से 1,653 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर यूटीआइ इन्वेस्टर सर्विसेज के पास गिरवी रखे गए थे। ईडी की जांच में पता चला है कि जिन कर्जों के एवज में माल्या ने ये शेयर गिरवी रखे थे, उनके भुगतान के बावजूद उसने यूटीआइ इन्वेस्टर सर्विसेज द्वारा इन शेयरों पर मालिकाना हक का प्रावधान नहीं हटाया। इसके चलते बैंक उन शेयरों को अपने स्वामित्व में नहीं ले सके।


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