गरीबों का मुफ्त उपचार: दिल्ली की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी शुरू होगा मोबाइल मोहल्ला क्लीनिक
मोहल्ले में डॉक्टरों की टीम जाएगी जांच करेगी गंभीर बीमारी होने पर बड़े अस्पताल में रैफर किया जाएगा।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। नगर निगम स्लम एरिया में रहने वाले लोगों को उनके घर के पास मुफ्त उपचार उपलब्ध कराने की कवायद में जुट गया है। इसके लिए दिल्ली की तर्ज पर मोबाइल मोहल्ला क्लीनिक शुरू की जा रही है। निजी कंपनियों को इसकी जवाबदेही सौंपी जाएगी। राजधानी रायपुर और बिलासपुर नगर निगम सहित प्रदेश के 11 नगरीय निकायों में तैयारी शुरू कर दी गई है।
दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक की लोकप्रियता ने छत्तीसगढ़ सरकार को भी आकर्षित किया
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक की लोकप्रियता ने प्रदेश सरकार को भी आकर्षित किया है। स्वास्थ्य सुविधा के क्षेत्र में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। प्रदेश में भी दिल्ली मॉडल को अपनाने की तैयारी है। मोबाइल क्लीनिक में कंपनी के डॉक्टर, सहायक और दवा की उपलब्धता होगी। इलाज कराने के लिए किसी तरह का बंधन नहीं है। हर आय वर्ग का व्यक्ति अपना मुफ्त इलाज करा सकेगा। निगम प्रशासन की तरफ से मोहल्ला क्लीनिक के लिए जगह और समय की पूर्व घोषणा की जाएगी।
मौसमी बीमारी से निपटने की तैयारी
ठेका लेने वाली एजेंसी उसी हिसाब से मौके पर पहुंचकर इलाज करेगी। इस तरीके से मौसमी बीमारी से निपटने में आसानी होगी। इसके अलावा गरीब तबके के लोगों को सही चिकित्सकीय परामर्श मिलेगा तथा गंभीर बीमारियों के मरीजों को समय रहते बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा जा सकेगा। प्रदेश की राजधानी रायपुर में 25 स्थानों पर मोहल्ला क्लीनिक शुरू करने का प्रस्ताव है।
मोहल्ला क्लीनिक के लिए टेंडर में चार कंपनियों ने हिस्सा लिया
उधर बिलासपुर में मोहल्ला क्लीनिक के लिए टेंडर में दिल्ली, विजयवाड़ा, बिलासपुर और भोपाल की चार कंपनियों ने हिस्सा लिया है। प्रदेश के नगरीय निकायों में पहले निगम के अस्पताल संचालित थे, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद अस्पतालों को शासन को सौंप दिया गया। इसमें आयुर्वेदिक और एलोपैथिक अस्पताल संचालित हो रहे थे। रायपुर में नगर निगम की ओर से 15 अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। इसमें 12 आयुर्वेदिक और तीन एलोपैथिक अस्पताल है।
हर नगरीय निकाय में शुरू करेंगे : डहरिया
नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया ने बताया कि शुरू में स्लम एरिया में कैंप लगाया जाएगा। पहले चरण में एक लाख से ज्यादा आबादी वाले 11 नगरीय निकायों को शामिल किया गया है। इसमें मोहल्ले में डॉक्टरों की टीम जाएगी, जांच करेगी, गंभीर बीमारी होने पर बड़े अस्पताल में रैफर किया जाएगा। इस योजना को हर नगरीय निकाय में शुरू करने की तैयारी चल रही है।