भारत को करीब 17 सौ करोड़ का रियायती कर्ज देगा फ्रांस, आपातकाल में एकजुटता का दिया भरोसा
तूफान एम्फन के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर खुद और अपने देश की नागरिकों की तरफ से संवेदना प्रकट की थी और आपातकाल में एकजुटता का भरोसा दिया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना संक्रमण की महामारी और तूफान एम्फन से प्रभावित भारत के कमजोर तबके की मदद के लिए फ्रांस 200 मिलियन यूरो (करीब 1,710 करोड़ रुपये) का रियायती कर्ज देगा।
फ्रांस के राजनयिक सूत्रों ने गुरुवार को बताया, 'फ्रांसीसी विकास एजेंसी ने 200 मिलियन यूरो के रियायती कर्ज को हरी झंडी दी है। यह विश्र्व बैंक को भारत के कमजोर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने में मदद करेगा।' सूत्रों ने बताया कि तूफान एम्फन के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर खुद और अपने देश की नागरिकों की तरफ से संवेदना प्रकट की थी और आपातकाल में एकजुटता का भरोसा दिया था। दोनों नेताओं के बीच 31 मार्च को हुई बैठक के क्रम में भारत व फ्रांस ने कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशिक्षण व शोध सहयोग को भी बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने भी तूफान प्रभावित क्षेत्रों का किया था हवाई सर्वेक्षण
बता दें कि 22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों राज्यों में चक्रवात अम्फन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था। उन्होंने पश्चिम बंगाल के लिए 1,000 करोड़ रुपये और ओडिशा के लिए 500 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की थी। इस दौरान ही पीएम मोदी ने बंगाल और ओडिशा में तूफान से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए गृह मंत्रालय द्वारा अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम(IMCT) भेजने की बात कही थी।
देश में लगातार बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
वही, दूसरी ओर देश में कोरोना महामारी ने भी काफी नुकसान पहुंचाया है। देश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। गुरुवार को नौ हजार से अधिक मामले सामने हैं। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में नए मामले सामने आए हैं। कोरोना से प्रभावित देशों की सूची में भारत सातवें स्थान पर पहुंच गया है। उससे आगे अमेरिका, ब्राजील, रूस यूके स्पेन और इटली हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्ली जैसे संवेदनशील राज्यों में मरीजों के बढ़ने की तेज रफ्तार जारी है।