चार सौ करोड़ का मालिक निकला IRS सहीराम, दौसा से लड़ना चाहता था लोकसभा चुनाव
रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया नारकोटिक्स विभाग का एडिशनल कमिश्नर और वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी सहीराम मीणा करीब 400 करोड़ रूपए की सम्पति का मालिक निकला है।
नरेंद्र शर्मा, जयपुर। एक लाख रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया नारकोटिक्स विभाग का एडिशनल कमिश्नर और वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी सहीराम मीणा करीब 400 करोड़ रूपए की सम्पति का मालिक निकला है । अब तक की जांच में उसके एवं परिजनों के नाम से करीब 400 करोड़ रूपए की सम्पति और नकदी होने की बात एसीबी अधिकारियों के सामने आई है ।
राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की अब तक की जांच में सहीराम मीणा की काली कमाई का बड़ा खुलासा हुआ है । राज्य के इतिहास में यह सबसे बड़ा एसीबी ट्रेप माना जा रहा है । पूछताछ में खुलासा हुआ कि सहीराम मीणा दौसा संसदीय सीट से चुनाव लड़ना चाहता था,उसने हाल ही में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में गंगापुरसिटी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी,लेकिन वीआरएस का आवेदन मंजूर नहीं होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ सका।
सहीराम मीणा के दो रिश्तेदार भाजपा के बड़े नेता है और एक रिश्तेदार कांग्रेस में है । एसीबी की जांच में सामने आया कि सहीराम मीणा ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के कई प्रत्याशियों को फंडिंग की थी । उधर पूछताछ के दौरान सहीराम मीणा ने सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत की, जिससे उसे कोटा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया । जांच के बाद सहीराम मीणा और उसके दलाल कमलेश को एसीबी की विशेष कोर्ट के मजिस्ट्रेट के घर पेश किया गया,जहां से उसे रिमांड पर भेज दिया गया ।
बेटी भी आईएएस अधिकारी, उत्तराखंड में तैनात, गरीबों के नाम से खरीदी जमीन
सहीराम मीणा की बेटी सोनिका आईएएस अधिकारी है और वह फिलहाल उत्तराखंड के टिहरी जिले में कलेक्टर के पद पर तैनात है । एसीबी ने सोमवार को सहीराम मीणा के 15 बैंक खातों और लॉकरों को खोला तो अधिकारी चौंक गए । लॉकरों में नकदी और ज्वलैरी के साथ ही हीरे मिले है । मीणा के कोटा और जयपुर स्थित आवास से करीब 7 करोड़ रूपए नकद बरामद किए गए है।
अब तक की जांच में सहीराम मीणा,उसकी पत्नी और बेटा 106 आवासीय प्लॉट,एक मैरिज गार्डन,25 दुकानें, दो इंडस्ट्रीय प्लॉट,एक पेट्रोल पंप,मुम्बई और दिल्ली में एक-एक फ्लैट,सात बीघा कृषि भूमि,एक फार्म हाउस,चार ट्रक,एक टायर फर्म और एक एजुकेशन संस्थान के मालिक है । एसीबी अधिकारियों को सूचना मिली है कि सवाई माधोपुर जिले के जीबली गांव निवासी सहीराम मीणा ने गांव के कुछ गरीब लोगों के नाम से भी रणथम्भौर सेंचूरी के आसपास जमीनें खरीद रखी है ।
आयकर विभाग ने भी जांच शुरू की
सहीराम मीणा 1989 बैच का आईआरएस अधिकारी है और वह इसी साल जुलाई माह में सेवानिवृत होने वाला था। मीणा के 400 करोड़ रूपए की सम्पति का मालिक होने की जानकारी मिलने के बाद आयकर विभाग भी सक्रिय हो गया है। आयकर विभाग ने एसीबी से पूरे मामले की जानकारी ली है । उल्लेखनीय है कि मीणा को 26 जनवरी को उसके कोटा स्थित आवास से चित्तोडगढ़ निवासी कमलेश को अफीम का पट्टा जारी करने के बदले एक लाख रूपए की रिश्वत लेने हुए गिरफ्तार किया गया था । मीणा के साथ उसके लिए दलाली करने वाले कमलेश को भी पकड़ा गया था ।