पूर्व गृहमंत्री शिंदे बोले, सावरकर की विचारधारा का करते हैं सम्मान
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार ने मुबंई में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि वे सावरकर की विचारधारा का सम्मान करते हैं।
मुंबई (जेएनएन)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विनायक दामोदर सावरकर को हेय दृष्टि से देखनेवाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ही पार्टी में ऐसे नेता मौजूद हैं, जो सावरकर की विचारधारा की खुलकर प्रशंसा करने में हिचकते नहीं।
पढ़ें:शिवसेना ने की वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग
सोमवार को मुंबई में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि वह सावरकर की विचारधारा का सम्मान करते हैं। क्योंकि कोकण के रत्नागिरी में जब सावरकर ने एक मंदिर का निर्माण कराया तो उसका उद्घाटन उन्होंने अछूत समझे जानेवाले एक व्यक्ति के हाथों करवाया था। सावरकर के प्रति इसी सम्मान के कारण एक बार शिंदे 80 के दशक में तत्कालीन जनसंघ द्वारा आयोजित सावरकर से संंबंधित एक समारोह में हिस्सा लेने भी गए थे। जबकि शिंदे उस समय भी कांग्रेस में ही थे। शिंदे ने इस तथ्य का खुलासा आज उत्तरप्रदेश के राज्यपाल राम नाईक की एक पुस्तक के लोकर्पण समारोह में बोलते हुए किया।
बता दें कि संसद के बजट सत्र में बोलते हुए राहुल गांधी ने यह कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया था कि आप सावरकर को माननेवाले हैं, और हम गांधी को। राम नाईक की पुस्तक चरैवेति-चरैवेति मराठी दैनिक सकाल में लिखे गए उनके लेखों का संकलन है। जिसमें उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन से मिले अनुभवों को लेखों के रूप में प्रस्तुत किया है। आज इस पुस्तक के लोकार्पण समारोह में राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे एवं मनोहर जोशी तथा वर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी उपस्थित थे।
पढ़ें- वीर सावरकर को गद्दार बताए जाने पर सड़क पर भाजपाई
इस समारोह में एक और पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार को भी आना था, लेकिन संसद का सत्र शुरू होने के कारण वह नहीं आ सके। समारोह में मनोहर जोशी एवं सुशील कुमार शिंदे ने जहां राम नाईक अनुशासित राजनीतिक जीवन की चर्चा की, वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि पहली बार विधायक चुनकर आने पर राम नाईक द्वारा दिया गया मंत्र आज भी उन्हें प्रेरणा प्रदान करता है।