मुंडे को श्रद्धांजलि के साथ लोकसभा की पहली बैठक स्थगित
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सोलहवीं लोकसभा की शुरुआत शोकसभा के साथ हुई। केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के असामयिक निधन के बाद बुधवार को लोकसभा की पहली बैठक में शोक प्रस्ताव पेश होने के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। पहली बार ऐसा हुआ कि लोकसभा गठित हुई और पहले दिन मात्र एक सांसद ही शपथ ले सका।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। सोलहवीं लोकसभा की शुरुआत शोकसभा के साथ हुई। केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के असामयिक निधन के बाद बुधवार को लोकसभा की पहली बैठक में शोक प्रस्ताव पेश होने के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। पहली बार ऐसा हुआ कि लोकसभा गठित हुई और पहले दिन मात्र एक सांसद ही शपथ ले सका। कार्यवाहक लोकसभा अध्यक्ष होने के नाते केवल कांग्रेस सांसद कमलनाथ ही राष्ट्रपति भवन जाकर संसद और अपने फौरी दायित्व की शपथ की औपचारिकताएं पूरी करके आए।
सोलहवीं लोकसभा वैसे तो कई मायनों में ऐतिहासिक होगी, लेकिन इसका पहला दिन भी ऐसा इतिहास बना गया कि कोई भी सांसद ऐसी शुरुआत नहीं चाहेगा। नरेंद्र मोदी की अगुआई में पहली बार अकेले दम पूर्ण बहुमत लेकर आई भाजपा अपने कद्दावर नेता गोपीनाथ मुंडे के निधन के कारण अपेक्षित उत्साह व जोश के साथ शुरुआत नहीं कर सकी। बुधवार को ऐसी परिस्थिति बनी कि प्रोटेम स्पीकर के तौर पर केवल कमलनाथ ही सदन के एकमात्र सदस्य थे, जिन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने आवास पर शपथ दिलाई।
बतौर लोकसभा अध्यक्ष कमलनाथ सदन में आए और एक लाइन का शोक प्रस्ताव पढ़ा। नवनिर्वाचित सांसदों ने दो मिनट का मौन धारण कर मुंडे को श्रद्धांजलि अर्पित की। कमलनाथ ने कहा कि गोपीनाथ मुंडे ने हमेशा वंचित और किसान तबके के कल्याण के लिए काम किया। उनका असामयिक निधन अपूर्णनीय क्षति है। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित कर दी।
पीएम मोदी समेत ज्यादातर सदस्य अब गुरुवार को लोकसभा की सदस्यता की शपथ लेंगे। शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है। इंदौर से भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन का लोकसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।
सोनिया से गर्मजोशी से मिले मोदी
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट पहले जैसे ही मोदी सदन में आए सत्ता पक्ष के सदस्यों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया। मोदी विपक्षी बेंच की ओर गए और सपा नेता मुलायम सिंह यादव, बीजद के अर्जुन चरण सेठी व तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय सहित विभिन्न नेताओं से हाथ मिलाकर अभिवादन किया।
इतने में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सदन में प्रवेश किया। मोदी को सामने देख वह तेजी से उनकी तरफ बढ़ीं। दोनों नेताओं ने हाथ जोड़कर गर्मजोशी से एक-दूसरे का अभिवादन किया।
इससे पहले बतौर प्रधानमंत्री पहली बार संसद आए मोदी ने फिर जनता की आशाओं और भरोसे को जगाए रखने पर जोर दिया। लोकसभा जाने से पहले मीडिया से मुखातिब मोदी ने कहा कि सरकार जनता की आकांक्षाओं और आशाओं को पूरा करेगी।