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पहली बुलेट ट्रेन का सपना जल्द होगा साकार, जानें क्या है इसकी खासियत

देश की पहली बुलेट ट्रेन का यह प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे और जापान की शिनकानसेन टेक्नोलॉजी का संयुक्त प्रोजेक्ट है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Tue, 27 Mar 2018 10:37 AM (IST)Updated: Tue, 27 Mar 2018 02:18 PM (IST)
पहली बुलेट ट्रेन का सपना जल्द होगा साकार, जानें क्या है इसकी खासियत
पहली बुलेट ट्रेन का सपना जल्द होगा साकार, जानें क्या है इसकी खासियत

नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना पर तेजी से काम जारी है। नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक अचल खरे ने सोमवार को शिमला में बताया कि अहमदाबाद से मुंबई के बीच प्रस्तावित पहली बुलेट ट्रेन के लिए पुलों व सुरंगों की 80 फीसद डिजायनिंग कर ली गई है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो एबी ने इस परियोजना को हरी झंडी दिखाई थी। इसके 2022 में पूरे होने की उम्मीद है।

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भारत-जापान का संयुक्त प्रोजेक्ट

देश की पहली बुलेट ट्रेन का यह प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे और जापान की शिनकानसेन टेक्नोलॉजी का संयुक्त प्रोजेक्ट है। इसके लिए जापान ने भारत को ऐसा कर्ज दिया है जिसपर बहुत मामूली ब्याज चुकाना होता है।

लक्ष्य की ओर

- ट्रेन के रास्ते में पड़ने वाले पुलों और सुरंगों की डिजायनिंग का 80 फीसद काम पूरा हो गया है।

- मिट्टी की जांच और पूरे रूट की पड़ताल की जा रही है।

- दोनों राज्यों में जमीन अधिग्रहण का काम भी शुरू हो गया है।

- लोगों को नई जगह बसाने के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन ने 10 हजार करोड़ रुपये का बजट तय किया है।

सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त

पूरा प्रोजेक्ट आग व भूकंप रोधी होगा। जिस क्षेत्र में भूकंप आने की संभावना है वहां सीस्मोमीटर लगाए जाएंगे। पूरे ट्रैक पर हवा मापने के यंत्र भी होंगे। ट्रेन की रफ्तार हवा की गति पर निर्भर करेगी। अगर हवा की गति 30 मीटर प्रति सेकंड हुई तो ट्रेन को रोक दिया जाएगा। इस सब सुरक्षा इंतजामों के बाद भी अगर आपात स्थिति बनती है तो सहायता पहुंचाने के लिए एक गाड़ी आठ से दस मिनट में पहुंच जाएगी।

बांद्रा से साबरमती तक

- प्रस्तावित कॉरीडोर मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स से शुरू होकर अहमदाबाद के साबरमती रेलवे स्टेशन पर खत्म होगा।

- दिन के सबसे व्यस्त समय में तीन ट्रेन और बाकी समय में दो ट्रेन चलाए जाने की योजना है।

- कुछ ट्रेन चुनिंदा स्टेशनों पर रुकेंगी, जबकि कुछ सभी 12 स्टेशनों पर रुकते हुए चलेंगी।

- हर रोज 70 ट्रिप लगाई जाएंगी। यानी हर दिशा में 35 ट्रिप।

- अनुमान है कि रोजाना 40 हजार लोग ट्रेन में सफर करेंगे।

- 2033 के बाद बुलेट ट्रेनों में 16 बोगियां होंगी।

जानें क्या है इसकी खासियत

- 320 किमी प्रति घंटा 320 सेकंड (5.3 मिनट) में इतनी रफ्तार पकड़ लेगी ट्रेन

- 18 किमी 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ने तक ट्रेन द्वारा तय की गई दूरी

- 508 किमी ट्रेन का कॉरीडोर

- 40 हजार रोजानाट्रेन में सफर करने वालों की अनुमानित संख्या

- 10 हजार किमी लांच होने से पहले परीक्षण के लिए चलेगी ट्रेन

- 10 ट्रेन की कुल बोगियां। एक बिजनेस और नौ सामान्य क्लास

- 3 घंटे मुंबई से अहमदाबाद के बीच की बुलेट ट्रेन से लगने वाला समय

- 7 घंटे मुंबई से अहमदाबाद की दूरी तय करने में अभी सबसे तेज ट्रेन द्वारा लिया जाने वाला समय 


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