राष्ट्रपति पदक के लिए चुने गए एएसआई पर महिला सिपाहियों ने लगाए दुर्व्यवहार के आरोप
इन महिला सिपाहियों ने बताया कि जिस परिषर में उनकी ड्यूटी लगाई जाती है वहां सेल प्रभारी आकर अनावश्यक रूप से गलत बातें और अनुचित आचरण करते हैं। इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव से शिकायत की गई है।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के घूर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के पुराने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात तीन महिला आरक्षकों ने जिले में नक्सल सेल प्रभारी के रूप में काम कर रहे एएसआई पर दुर्व्यवहार के आरोप लगाए हैं। इन महिला सिपाहियों ने बताया कि जिस परिषर में उनकी ड्यूटी लगाई जाती है, वहां सेल प्रभारी आकर अनावश्यक रूप से गलत बातें और अनुचित आचरण करते हैं। इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव से शिकायत की गई है। बता दें कि जिस एएसआई पर महिला आरक्षकों ने आरोप लगाए हैं, उन्हें इस वर्ष उत्कृष्ठ सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक दिया जाना है।
महिला आरक्षकों से अभद्रतापूर्ण और दुर्व्यवहार करता था एसआइ
महिला आरक्षक क्रमांक 12, 52 और 395 ने जिले के पुलिस अधीक्षक को अपनी लिखित शिकायत में बताया कि जिस परिषर में उनकी बतौर गार्ड ड्यूटी लगाई जाती है वहां सेल प्रभारी आते- जाते रहते हैं। इस बीच वे महिला आरक्षकों से अभद्रतापूर्ण बातें करतें हैं और दुर्व्यवहार करते हैं। उनके अलावा और भी कुछ महिला गार्ड वहां रात और दिन दोनों समय की ड्यूट पर तैनात रहती हैं। सेल प्रभारी वहां आकर उन्हें बुरी नीयत से छूते हैं। उनके दुर्रव्यवहार का विरोध करने पर धमकियां देते हैं। यह शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है और फिलहाल इस पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
नक्सल क्षेत्र में बेहतर काम के लिए दो बार हासिल हुआ आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
बता दें कि जिस एएसआई पर यह आरोप लगाए गए हैं वे सहायक पुलिस आरक्षक के रूप में पुलिस बल में भर्ती हुए थे और नक्सल क्षेत्र में बेहतर काम के लिए इन्हें दो बार आउट ऑफ टर्न प्रमोशन हासिल करने के बाद एएसआई के पद पर हैं और जिले में नक्सल सेल के प्रभारी हैं। हालांकि इनपर कई आरोप भी लगे हैं और काफी विवादों में भी रहे हैं।