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इजराइल के कृषि विशेषज्ञों से कम लागत में सब्जियों की पैदावार लेना सीखेंगे मध्य प्रदेश के किसान

इजराइल के कृषि विज्ञानियों के सहयोग से प्रदेश के किसानों को सब्जी की नई किस्म उगाने और उनके प्रसंस्करण की विधि सिखाई जाएगी। इसे लेकर इजराइल से अनुबंध हो चुका है। अगले दो महीने में क्लस्टर पर काम शुरू कर देंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 09:43 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 09:43 PM (IST)
इजराइल के कृषि विशेषज्ञों से कम लागत में सब्जियों की पैदावार लेना सीखेंगे मध्य प्रदेश के किसान
मुरैना में सब्जी और छिंदवाड़ा में फल क्लस्टर बना रही मध्यप्रदेश सरकार।

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश सरकार फल और सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में इजराइल की तकनीक का इस्तेमाल करेगी। उद्यानिकी विभाग की देखरेख में मुरैना में सब्जी और छिंदवाड़ा में फल क्लस्टर (समूह) बनाया जा रहा है। इनमें किसान कम लागत में अधिक उपज देने वाली प्रजातियों को उगाने का प्रशिक्षण ले सकेंगे। मुरैना में करीब 17 एकड़ में बनाए जा रहे क्लस्टर में सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग किए जाएंगे। ये प्रयोग इजराइल के कृषि विज्ञानियों की देखरेख में किसान भी कर सकेंगे।

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दोनों देशों के उद्यानिकी विभाग में समझौता

इस परियोजना पर शुरू में करीब 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दोनों देशों के उद्यानिकी विभाग में इसके लिए समझौता हो चुका है। खेती और बागवानी के क्षेत्र में राजस्थान सहित देश के कई राज्य इजराइल के सहयोग से काम कर रहे हैं। पिछले दिनों मध्य प्रदेश सरकार ने भी इजराइल से अनुबंध कर लिया है। अब वहां के विज्ञानियों की देखरेख में सबसे पहले मुरैना के नूराबाद में सब्जी क्लस्टर तैयार किया जाएगा।

सब्जी का प्रसंस्करण करके भंडारण कर सीजन के बाद बेचकर ज्यादा कमाई कर सकेंगे

यहां प्रदर्शन संयंत्र (डिमांस्ट्रेशन प्लांट), ऊष्मायन केंद्र (इंक्यूबेशन सेंटर) बनाए जाएंगे। इसमें प्रशिक्षण और प्रयोग की व्यवस्था के साथ ही सब्जी के प्रसंस्करण की विधि सीखने का मौका भी किसानों को मिलेगा। इससे वे सीधे सब्जी बेचने के बजाय उसका प्रसंस्करण करके भंडारण कर सकेंगे और सीजन (उपज का तय समय) के बाद भी उसे बेचकर ज्यादा कमाई कर सकेंगे।

इजराइल ने संरक्षित वातावरण में सुरक्षित खेती की कई अच्छी तकनीक खोजी हैं

गौरतलब है कि इजराइल ने संरक्षित वातावरण में सुरक्षित खेती, ग्रीन हाउस, पॉली हाउस, ड्रिप एरिगेशन की कई अच्छी तकनीक खोजी हैं। इसके अलावा वहां कम पानी और कम क्षेत्र से ज्यादा पैदावार ली जा रही है। इजराइल में पानी में घुलनशील खाद का उपयोग भी किया जाता है।

छिंदवाड़ा के कुद्दम में संतरे पर होगा काम

फल क्लस्टर छिंदवाड़ा जिले के कुद्दम गांव में तैयार किया जा रहा है। सौंसर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले इस गांव में संतरे की नई किस्मों पर काम होगा। इस क्षेत्र में संतरा, नींबू और मौसमी की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। यहां का संतरा विदेश तक जाता है। क्लस्टर के लिए करीब 22 हेक्टेयर क्षेत्र का निरीक्षण किया जा चुका है। यहां पर भी संतरे की नई किस्म तैयार करने से लेकर मुरैना सब्जी क्लस्टर जैसी तमाम सुविधाएं रहेंगी।

मुरैना में सब्जी और छिंदवाड़ा में फल क्लस्टर पर काम शुरू हो गया

मुरैना में सब्जी और छिंदवाड़ा में फल क्लस्टर पर काम शुरू हो गया है। इजराइल के कृषि विज्ञानियों के सहयोग से प्रदेश के किसानों को सब्जी की नई किस्म उगाने और उनके प्रसंस्करण की विधि सिखाई जाएगी। इसे लेकर इजराइल से अनुबंध हो चुका है। अगले दो महीने में क्लस्टर पर काम शुरू कर देंगे- मनोज अग्रवाल, संचालक, उद्यानिकी, मध्य प्रदेश।


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