Fact Check Story: बिहार के कटिहार जिले में मुहर्रम जुलूस के दौरान मुस्लिम भीड़ के हिंदुओं पर हमले का दावा गलत
न्यूज रिपोर्ट्स के आधार पर यह बात साबित हुई कि कटिहार के कोढ़ा थाना क्षेत्र में मुहर्रम के जुलूस के दौरान हुई घटना के पीड़ित मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं न कि हिंदू परिवार से जैसा कि वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि बिहार के कटिहार में मुहर्रम का मातम मना रही भीड़ ने इलाज करा वापस लौट रहे हिंदू परिवार पर हमला किया। विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। हमने अपनी जांच में पाया कि कटिहार जिले के कोढ़ा थाना क्षेत्र में घटित घटना के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
''कटिहार मुहर्रम'' की-वर्ड्स के साथ सर्च करने पर ऐसी कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का विवरण दिया गया है। खबरों के मुताबिक, 'कटिहार जिला के कोढ़ा थाना क्षेत्र के मूसापुर राष्ट्रीय राज मार्ग 31 पर मुहर्रम के विसर्जन के दौरान अज्ञात लोगों ने सड़क पर जा रही स्कार्पियों गाड़ी पर हमला कर दिया. जिसमें चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये एवं गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी।' रिपोर्ट के मुताबिक, 'घटना में अमीना खातून उम्र 50 वर्ष, तबस्सुम खातून उम्र 32 वर्ष, फरजाना खातून उम्र 6 वर्ष, वसीम उम्र 30 वर्ष घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि मोहर्रम जुलूस पर रोक के बावजूद जुलूस निकाला गया और भारी संख्या में लोग शामिल हुए।'
न्यूज रिपोर्ट्स के आधार पर यह बात साबित हुई कि कटिहार के कोढ़ा थाना क्षेत्र में मुहर्रम के जुलूस के दौरान हुई घटना के पीड़ित मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, न कि हिंदू परिवार से, जैसा कि वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है।
इस मामले को लेकर विश्वास न्यूज ने कटिहार के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार से संपर्क किया। कुमार ने बताया, 'मुहर्रम के जुलूस के दौरान घटी इस घटना में कहीं से भी हिंदू-मुस्लिम का कोई एंगल नहीं था। जो परिवार इस घटना में घायल हुआ, वह भी मुस्लिम समुदाय से ही हैं।' कुमार ने बताया, 'इस मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज करते हुए 63 लोगों को नामजद किया है, जिसमें से 28 को लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।' उन्होंने कहा कि एक एफआईआर आरोपी परिवार की शिकायत पर दर्ज की गई है, जबकि दूसरी एफआईआर कटिहार के बीडीओ की शिकायत पर दर्ज की गई है, क्योंकि मुहर्रम का जुलूस निकालने की मंजूरी नहीं थी, इसके बावजूद ऐसा किया गया।
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