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कोरोना पर आस्था भारी: ताख पर नियम, फिर उड़ी शारीरिक दूरी की धज्जियां

COVIDIOTS कोरोना वायरस से बचने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की थी मगर कई जगहों पर लोग इसको मानने को तैयार ही नहीं दिखते।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Wed, 20 May 2020 11:53 AM (IST)Updated: Wed, 20 May 2020 12:32 PM (IST)
कोरोना पर आस्था भारी: ताख पर नियम, फिर उड़ी शारीरिक दूरी की धज्जियां
कोरोना पर आस्था भारी: ताख पर नियम, फिर उड़ी शारीरिक दूरी की धज्जियां

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के नियमों पर एकबार फिर से आस्था भारी दिखी। यहां शारीरिक दूरी के नियम तार-तार दिखाई दिए। इस बार ये टूटते हुए नियम भोपाल के कटनी में एक संत की अंतिम यात्रा के दौरान देखने को मिले हैं, इससे पहले भी एक दर्जन से अधिक बार शारीरिक दूरी के नियम टूटते हुए दिखाई दिए हैं। कभी वीआईपी लोगों ने शादी ब्याह में ये नियम तोड़े तो कभी किसी सिलेब्रिटी ने अपने जन्मदिन की पार्टी में तो कभी साधु संतों की अंतिम यात्रा में शामिल होने वाले भक्त इस बात को भूलते नजर आए।

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प्रवासी मजदूर तो अपने घरों को जाने के दौरान लॉकडाउन और शारीरिक दूरी के नियम को पूरी तरह से भूल गए हैं मगर पार्टी के ये नेता दिखावे के चक्कर में शारीरिक दूरी और लॉकडाउन के नियमों की अवहेलना करते रहे। यदि शारीरिक दूरी के नियम का माखौल उड़ाने की बात करें तो इसमें कर्नाटक पहले नंबर पर है। यहां कभी धार्मिक आस्था के नाम पर शारीरिक दूरी का नियम तोड़ा गया तो कभी बड़े नेता के बेटे की शादी और बर्थडे पार्टी के नाम पर। 

 

भोपाल, कटनी: Dev Prabhakar Shastri Dadda Ji 

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बनाए गए नियमों के ताजा उल्लंघन का मामला भोपाल के कटनी में देखने को मिला है। यहां गृहस्थ संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी की अंत्येष्टि में उनके शिष्य ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना भूल गए। प्रशासन की कोशिशों के बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दद्दा जी की अंतिम झलक पाने के लिए उमड़ पड़े।

पुलिस और प्रशासन यहां नियमों का पालन कराने के लिए मशक्कत करते रहे लेकिन श्रद्धालु और शिष्य ऐसे पल में शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना पूरी तरह से भूल गए। दद्दाजी का कटनी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कोरोना के संक्रमण और लॉकडाउन के बावजूद उनकी अंत्येष्टि में सैकड़ों लोग शामिल हुए। इसमें विधायकों के साथ फिल्म अभिनेता भी दिखाई दिए।  

 

- कर्नाटक के कोलागोंडनहल्ली गांव में आयोजित मेला 
कर्नाटक स्थित रामनगर के कोलागोंडनहल्ली गांव में गुरुवार को आयोजित एक मेले में बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ाई गई।

बताया गया कि पंचायत विकास मंत्री एसी कालमट्ट से इस सामूहिक आयोजन की अनुमति ली गई थी मगर जब तहसीलदार से इस सामूहिक आयोजन के बारे में सूचना मिली तो रामनगर के डिप्टी कमिश्नर ने तहसीलदार को सस्पेंड कर दिया। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लॉकडाउन जारी है जिसके तहत तमाम सामूहिक आयोजनों को निलंबित किया गया है। 

- कर्नाटक के कलबुर्गी  

इससे पहले कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में शारीरिक दूरी और लॉकडाउन को ताक पर रखकर सैकड़ों लोग एक मेले में शामिल हुए थे। जिले में सिद्धलिंगेश्वर मेला लॉकडाउन के बावजूद आयोजित हुआ। चित्तपुर तालुक में आयोजित मेले में सैकड़ों लोग शामिल हुए। यहां एक रथ को खींचते हुए लोगों को देखा गया। इस बीच यहां के लोकल बीजेपी नेता ने मेले के आयोजन का पूरा समर्थन किया। 

- ब्रह्मलीन शोभन सरकार  

ब्रह्मलीन शोभन सरकार श्री 1008 विरक्तानंद जी महाराज की जल समाधि के दौरान लॉकडाउन का उल्लंघन करके जुटी हजारों की भीड़ के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इसे लेकर तीन एफआइआर चौबेपुर थाने में दर्ज की गईं। इसमें 4100 अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया गया है। एक मुकदमा कानपुर देहात के शिवली थाने में दर्ज हुआ है। इसमें 100 अज्ञात भक्तों को आरोपित बनाया गया है।

दरअसल शोभन सरकार बुधवार की सुबह ब्रह्मलीन हो गए थे। इसकी सूचना मिलते ही उनके आश्रम में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई। चौबेपुर के सुनौढ़ा घाट तक गई अंतिम यात्रा में भी हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया गया। कानपुर देहात और कानपुर नगर जिला प्रशासन और पुलिस को इस बात का पता तो था कि भीड़ हजारों में जुटेगी, लेकिन किसी ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया।

 

- जैन मुनि प्रमाण सागर जी महाराज  

मध्य प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान जैन मुनि प्रमाण सागर जी के आगमन पर धार्मिक आस्थाएं भारी पड़ी। मध्य प्रदेश के सागर जिले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने जैन मुनि प्रमाण सागर (Jain Muni Praman Sagar) महाराज की अगवानी और पूजा-आरती की।

लॉकडाउन में शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ाते हुए लोग एक जगह जमा हुए। इस दौरान उन्होंने चेहरे पर मास्क भी नहीं लगाए थे। यहां जमा हुई भीड़ का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Video Viral) हो गया, उसके बाद प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने इसकी जांच कराकर मामले दर्ज करने के आदेश दिए हैं। 

- कर्नाटक में मरममा देवी के मंदिर में हुआ मेले का आयोजन  

कर्नाटक के रामनगर जिले के एक मंदिर में भी लॉकडाउन और शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन देखने को मिला। यहां रामनगर जिले के कनकापुरा तालुक के कुलवंदनाहल्ली गांव में मरममा देवी के मंदिर में मेले का आयोजन हुआ। इस मेले में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए मगर किसी ने न तो मास्क पहना ना ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते दिखे। मेले के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।

 

- महाराष्ट्र में BJP MLA Dadarao Keche के जन्मदिन पर जुटी थी भीड़  

महाराष्ट्र में बीजेपी विधायक दादाराव केचे के जन्मदिन पर शारीरिक दूरी और लॉकडाउन के नियम तोड़े गए। विधायक ने अपना जन्मदिन मनाने के लिे लोगों को आमंत्रित किया था, मगर इसमें किसी ने न तो अपने चेहरे पर मास्क लगाया ना ही शारीरिक दूरी के नियम का पालन दिखा, इसके बारे में शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया और नोटिस भी भेजा गया है।

स्थानीय उप-विभागीय अधिकारी ने बताया कि केचे को विभिन्न प्रावधानों के तहत नोटिस जारी किया गया है। तस्वीरें और वीडियो देखने से ये पता चला कि इस दौरान 200 से अधिक लोग एक जगह जमा हो गए थे मगर किसी ने नियम का पालन नहीं किया।

 

- बेंगलुरू में पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे की शादी 

बेंगलुरु में पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की बेटे निखिल गौड़ा के बेटे की शादी में भी इन नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। उनके बेटे की शादी कर्नाटक के रमांगारा जिले के बिदादी के पास एक फार्महाउस में रेवती के साथ हुई थी।

यहां भी काफी संख्या में लोग शामिल हुए थे मगर किसी के चेहरे पर मास्क नहीं था ना ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन दिखा था। इस बारे में जब उप मुख्यमंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण से पूछा गया था तो उन्होंने बताया था कि इसके बारे में जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक से इसकी जांच कराने के लिए कहा था। इस समारोह में परिवार के अलावा लगभग 100 लोग शामिल हुए थे।

 

- तेलंगाना के विधायक ने निकाला मार्च 

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कोरोना वायरस को भगाने के लिए "गो कोरोना, गो" मंत्र दिया था। इस मंत्र के वायरल होने के बाद तेलंगाना से बीजेपी के अकेले विधायक राजा सिंह ने एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें इसी तरह का नारा लगाया गया था।

विधायक ने अपने समर्थकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर बिजली की रोशनी और लाइट दीयों, मोमबत्तियों या फ्लैश लाइट को बंद करने के जवाब में मशाल जलाई। राजा सिंह और उनके समर्थक हाथों में मशालें पकड़े हुए थे। ये सभी लोग गो कोरोना गो के नारे लगा रहे थे मगर किसी के चेहरे पर मास्क नहीं था, शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं किया गया था।

 

- कर्नाटक में बीजेपी एमएलए ने बर्थ डे दी थी बिरयानी पार्टी 

कर्नाटक के तुमकुर से बीजेपी के विधायक एम जयराम ने अपने जन्मदिन पर बिरयानी की पार्टी का आयोजन किया, इसमें उन्होंने शाही अंदाज में समर्थकों को बिरयानी बांटी। उनकी बिरयानी पार्टी में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस दौरान लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं हुआ। शारीरिक दूरी तो कहीं दिखी ही नहीं।


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