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जेईई और नीट जैसी परीक्षाएं फिलहाल नहीं होगी ऑनलाइन, एनटीए ने व्यवस्था को फुलप्रूफ बनाने की जरूरत बताई

जेईई और नीट में ऑनलाइन इक्‍जाम में अभी और वक्त लगेगा। अभी इसे बिल्कुल भी नहीं आजमाया जाएगा। इसकी वजह इन परीक्षाओं का अभी पूरी तरह से फुलप्रूफ न होना बताया जा रहा है। ऐसे में एनटीए ने ऑनलाइन परीक्षा की व्यवस्था को और मजबूती देने में जुटी हुई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 08:38 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 08:45 PM (IST)
जेईई और नीट जैसी परीक्षाएं फिलहाल नहीं होगी ऑनलाइन, एनटीए ने व्यवस्था को फुलप्रूफ बनाने की जरूरत बताई
जेईई और नीट जैसी एकल परीक्षाओं में ऑनलाइन इक्‍जाम की शुरुआत में अभी और वक्त लगेगा।

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना संकटकाल में छात्रों की घर बैठे पढ़ाई जरूर शुरू हो गई है लेकिन ऑनलाइन परीक्षा की शुरुआत में अभी और वक्त लगेगा। खासकर जेईई और नीट जैसी एकल परीक्षाओं में अभी इसे बिल्कुल भी नहीं आजमाया जाएगा। इसकी वजह इन परीक्षाओं का अभी पूरी तरह से फुलप्रूफ न होना है। ऐसे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने आनलाइन परीक्षा की इस व्यवस्था को और फुलप्रूफ बनाने में जुटी हुई है।

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हालांकि इसके बाद भी सभी छात्रों के पास स्मार्ट फोन या लैपटाप न होने के साथ इंटरनेट भी एक अलग समस्या है। इसे सुलझाने के लिए भी मंथन किया जा रहा है। ऑनलाइन परीक्षाओं को लेकर यह तैयारी कोरोना काल में शुरू हुई। इसे लेकर एक प्राक्टर तकनीक की भी मदद ली गई है। इसमें परीक्षा के दौरान छात्रों के हरेक मूवमेंट पर एक ही जगह से नजर रखी जा सकेगी। एनटीए ने इसके जरिए कुछ ऐसी छोटी परीक्षाएं कराई भी, जो कई चरणों में होनी थी।

उनमें चयन के कई मापदंड थे। ऐसे में इनमें गड़बडी की आशंका कम थी। बावजूद इसके एनटीए के सामने इस दौरान कई ऐसे चुनौतियां आई हैं जिसका हल खोजा जा रहा है। यही वजह है कि एनटीए ने व्यवस्था को फुलप्रूल बने बगैर इसे पूरी तरह से लागू करने से इंकार किया है। साथ ही इन सारे पहलुओं से शिक्षा मंत्रालय को भी अवगत कराया है।

एनटीए से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल कोई भी ऐसी परीक्षा आनलाइन नही कराई जाएगी, जिसमें चयन की एकल विंडों है। इनमें जेईई और नीट जैसी परीक्षाएं भी शामिल है। इन परीक्षाओं के जरिए छात्रों की सीधे चयन होता है। ऐसे में कोई भी छात्र नकल या फिर धोखाधड़ी कर सकता है।

प्राक्टर तकनीक के जरिए सिर्फ छात्रों के मूवमेंट पर नजर रखा जा सकता है जबकि अपने लैपटाप या कम्प्यूटर के ऊपर कोई भी डिवाइस के जरिए नकल कर सकता है। फिलहाल ऑनलाइन परीक्षा में सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं पर बारीकी से अध्ययन चल रहा है। साथ ही दुनिया के दूसरे देशों में यदि ऐसे कोई फुलप्रूफ तकनीक है, उसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। 


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