Move to Jagran APP

UK में कोरोना के नए स्‍ट्रेन आने के बाद भी भारत ने कहा, हम ब्रिटिश पीएम का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं

ब्रिटेन में कोरोना के नए स्‍ट्रेन सामने आने के बाद करीब 40 देशों ने हवाई यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बारे में पूछे जाने पर कि क्या ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन आने के बाद प्रतिबंधों के बावजूद ब्रिटिश पीएम की भारत यात्रा तय है।

By Arun kumar SinghEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 06:45 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 06:59 PM (IST)
UK में कोरोना के नए स्‍ट्रेन आने के बाद भी भारत ने कहा, हम ब्रिटिश पीएम का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं
विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन

 नर्इ दिल्‍ली, एएनआइ। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस को मुख्‍य अतिथि के रूप में आमंत्रण दिया गया है। ब्रिटेन में कोरोना के नए स्‍ट्रेन सामने आने के बाद करीब 40 देशों ने हवाई यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस बारे में पूछे जाने पर कि क्या ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन आने के बाद प्रतिबंधों के बावजूद ब्रिटिश पीएम की भारत यात्रा तय है, इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हम यहां ब्रिटिश पीएम का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।  

loksabha election banner

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन के जिंगटांग बंदरगाह के पास दो जहाज पर कई भारतीय फंसे हुए हैं। ये दोनों जहाज कार्गो के निर्वहन के लिए इंतजार कर रहे हैं। हमारी सरकार चीन सरकार के साथ संपर्क में है। इन जहाजों के बाद आने वाले कुछ अन्य जहाज कार्गो का निर्वहन करने में सक्षम हैं।   

उन्‍होंने कहा कि भारत चाबहार बंदरगाह पर उज्बेकिस्तान, भारत, ईरान के बीच अगली बैठक की मेजबानी करेगा। अभी तारीखें फाइनल नहीं हुई हैं। इस बैठक के लिए अफगानिस्तान को एक प्रमुख शेयर होल्‍डर के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।

अनुराग श्रीवास्‍तव ने कहा कि हमने नेपाल में हाल के राजनीतिक घटनाक्रमों पर गौर किया है। ये नेपाल के लिए अपनी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के अनुसार आंतरिक मामले हैं। एक पड़ोसी के रूप में भारत शांति और समृद्धि और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने में नेपाल और उसके लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा।

उन्‍होंने कहा कि भारत और चीन राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से संपर्क बनाए रखना हुए हैं। बातचीत ने दोनों पक्षों को एक-दूसरे की स्थिति को समझने में मदद की है। भारत-चीन सीमा मामलों पर डब्‍ल्‍यूएमसीसी (WMCC) की बैठक 18 दिसंबर को हुई।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण 2020 में भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन नहीं हुआ। यह दो पक्षों के बीच एक पारस्परिक रूप से सहमती से लिया गया फैसला था। इसके विपरीत किसी भी अटकलबाजी से बचना चाहिए। जब भी तारीखों को अंतिम रूप दिया जाएगा, हम सूचित करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.