बिहटा में खुलेगा 100 बिस्तरों का ईएसआइ अस्पताल
इस बात का एलान केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने किया। वे ईएसआइ कारपोरेशन की 172वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ईएसआई कारपोरेशन जल्द ही पटना के पास बिहटा में 100 बिस्तरों वाला तथा अजमेर में 50 बिस्तरों वाला अस्पताल खोलेगा। इस बात का एलान केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने किया। वे ईएसआइ कारपोरेशन की 172वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में ईएसआइसी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में सेवाओं का स्तर सुधारने के बाबत कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
उदाहरण के लिए बैठक में ईएसआइसी मेडिकल कॉलेजों में अध्ययनरत स्नातक तथा परास्नातक छात्रों की सेवाओं का लाभ ईएसआइसी डिस्पेंसरियों में लेने का फैसला किया गया है। इसके अलावा विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए ईएसआइसी अस्पतालों के परास्नातक इंश्योरेंस मेडिकल अफसरों (आइएमओ) को विशेषज्ञ डॉक्टरों का दर्जा देने की नीति को भी बैठक में मंजूरी दी गई।
गंगवार ने कहा ईएसआइ स्कीम 461 जिलों के साथ देश की दस फीसद आबादी को बीमा आधारित स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रही है। इससे पहले सेवाओं में सुधार के लिए राज्यों के स्तर पर ईएसआइसी के सब्सिडियरी निगमों अथवा समितियों की स्थापना का निर्णय लिया जा चुका है। इसके लिए राज्यों तथा कर्मचारी संगठनों से प्राप्त सुझावों के आधार पर इच्छुक राज्यों के साथ कारपोरेशन के संबद्धता ज्ञापन (मेमोरैंडम आफ एसोसिएशन) में आवश्यक संशोधन किया जाएगा। इस तरह गठित होने वाले सब्सिडियरी निगम या समितियां राज्यों के ईएसआइसी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों के लिए प्रशासनिक, प्रबंधकीय एवं स्वास्थ्य सेवा संचालक निकाय के तौर पर कार्य करेंगी। राज्यों की सभी ईएसआइसी डिस्पेंसरियों के संचालन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी भी इन सब्सिडियरी निगमों/समितियों की होगी।
इससे पहले ईएसआईसी अस्पतालों में भीड़ कम करने तथा प्राथमिक चिकित्सा की स्थिति सुधारने के लिए कारपोरेशन ने एक तिहाई डिस्पेंसरियों का उच्चीकरण कर उन्हें छह बिस्तरों वाले लघु अस्पतालों में परिवर्तित करने का सैद्धांतिक निर्णय लिया था। शुक्रवार की बैठक में इस कार्य को चरणों में करने का निर्णय लिया गया।
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