तुर्की बना रहा है पाकिस्तान के लिए जंगी जहाज, डालें इस पर एक नजर
तुर्की और पाकिस्तान के बीच चार जहाजों को लेकर समझौता हुआ था। इसके तहत देा जहाजों का िनिर्माण तुर्की में तो दो पाकिस्तान के कराची शिपयार्ड में बनाए जाएंगे। तुर्की ने समझौते के तहत तीसरे जहाज का निर्माण शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। तुर्की पाकिस्तान के लिए तीसरा जंगी जहाज बना रहा है। ये जहाज दोनों देशों के बीच स्ट्रेटेजिक इकनॉमिक फ्रेमवर्क के तहत प्रोजेक्ट मीलजेम (Milgem) के तहत तैयार किया जा रहा है। तुर्की जो जहाज बना रहा है वो Milgem Ada-class की श्रेणी का एक जंगी जहाज है। तुर्की राष्ट्रपति रैसेप तैयप इर्दोगन ने शनिवार को एक ट्वीट किया जिसमें इसकी वैल्डिंग की शुरुआत करने के बारे में बताया गया था। इस मौके पर तुर्की में पाकिस्तान के राजदूत सज्जाद काजी समेत दोनों ही देशों के वरिष्ट सैन्य अधिकारी भी शामिल थे।
Milgem Ada-class का ये जंगी जहाज 99 मीटर लंबा है। इसका वजन करीब 2400 टन है। ये 29 नॉटिकल मील की रफ्तार से चल सकता है। इसके अलावा इसकी सबसे बड़ी खासियत जो बताई गई है वो ये है कि एंटी सबमरीन कॉम्बेट फ्रीगेट है, जो दुश्मन के राडार से छिपा रह सकता है। तुर्की राष्ट्रपति ने कहा है कि इस जहाज के निर्माण से दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे।
आपको बता दें कि पाकिस्तान और तुर्की के बीच चार जहाजों को लेकर समझौता हुआ है, जिसके तहत ये तीसरे जहाज का निर्माण शुरू किया गया है। इस समझौते के मुताबिक ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी के तहत किया जा रहा है। इसका काम 2018 में तुर्की की रक्षा कंपनी को दिया गया था। इसमें दो जहाजों का निर्माण तुर्की में होना है तो दो पाकिस्तान के कराची शिपयार्ड में बनाए जाएंगे।
राष्ट्रपति इर्दोगन का कहना है कि पाकिस्तान और तुर्की दोनों ही काफी मुश्किल भरे भूस्थलीय क्षेत्र से है और दोनों को ही एक समान दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने ये भी कहा कि तुर्की अपने दोस्त पाकिस्तान को लगातार अपना सहयोग रक्षा समेत हर क्षेत्र में जारी रखता रहेगा। बीते वर्ष अपने पाकिस्तान के दौरे का जिक्र करते हुए उनका कहना था कि इसी दौरान दोनों के बीच जो समझौते हुए उनसे दोनों के बीच रिश्तों को नए पंख लगे हैं।