MP में वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़ा: आज वोटरों से रूबरू होगा आयोग, खंगाले गए कम्प्यूटर
मतदाता सूची के फर्जीवाड़े मामले में चुनाव आयोग आज सीधे मतदाताओं से सवाल-जवाब कर सकता है।
भोपाल [ जेएनएन ] । मध्यप्रदेश में मतदाता सूची के फर्जीवाड़े मामले में चुनाव आयोग आज सीधे मतदाताओं से सवाल-जवाब कर सकता है। उधर, सोमवार को मध्यप्रदेश की मतदाता सूची में फर्जीवाड़े के आरोप का सच जानने के लिए आयोग की टीम सोमवार को भोपाल पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि जांच दल चार दिन बाद अपनी अंतिम रिपोर्ट आयोग को सौंपेगा। आयोग की जांच इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए साल के अंत में चुनाव होना प्रस्तावित हैं।
कांग्रेस के आरोप के बाद आयोग ने भोपाल ज़िले की नरेला, रायसेन की भोजपुर, होशंगाबाद और सिवनी-मालवा विधानसभा सीट की मतदाता सूची में गड़बड़ी की जांच के लिए दो-दो सदस्यीय दल बनाया है। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा प्रशासनिक दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया था कि प्रदेश में 60 लाख फर्जी मतदाता पाए गए हैं, जो भाजपा के इशारे पर बनाए गए हैं।
आयोग पहुंचने वाले नेताओं में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, राज्यसभा सांसद विवेक तलखा और सत्यव्रत चतुर्वेदी शामिल थे। कांग्रेस नेताओं ने रविवार को दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से मतदाता सूची में फर्जीवाड़े की शिकायत की थी और इस संबंध में सबूत भी सौंपे थे।
बता दें कि वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में नरेला विधानसभा सीट पर मध्यप्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग विजयी हुए थे। होशंगाबाद सीट पर मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, सिवनी-मालवा सीट पर पूर्व मंत्री सरताज सिंह व भोजपुर विधानसभा सीट से पर्यटन मंत्री सुरेंद्र पटवा की जीत हुई थी।
उधर, सोमवार को भोपाल की नरेला विधानसभा की मतदाता सूची की जांच करने अधिकारी गोविंदपुरा सर्किल पहुंचे। यहां लेपटॉप पर सूची को देखने के साथ रिकार्ड भी खंगाला गया। बताया जा रहा है कि एक ही नाम और वल्दीयत वाले मतदाताओं की मल्टीपल एंट्री पाई गई। ऐसे मतदाता हुजूर सहित भोपाल जिले की अन्य सीटों में भी पाए गए।
आयोग के संचालक सूचना प्रौद्योगिकी वीएन शुक्ला ने इस पर कलेक्टर सुदाम पी. खाड़े और ईआरओ मुकुल गुप्ता से कहा कि ऐसे मतदाताओं की जांच कर उनके नाम हटाए जाएं। इस दौरान प्रमुख सचिव सुमित मुखर्जी भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि आयोग की टीम ने नरेला विधानसभा की मतदाता सूची को लेकर जो दावे किए जा रहे थे, वे लगभग सही पाए गए।
इसी तरह दो जांच दल होशंगाबाद पहुंचे। इन्होंने होशंगाबाद और सिवनी-मालवा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची की जांच की। आयोग के प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी केएन भार और आईटी विशेषज्ञ सोनल खरबंदा ने सर्किट हाउस में कमिश्नर उमाकांत उमराव और कलेक्टर प्रियंका दास से बात की और पूछा कि अभी तक मतदाता सूची के मामले में आपने क्या किया है।
दोनों अधिकारियों ने बताया कि सूची का परीक्षण कराया जा रहा है। बूथ लेवल ऑफिसर घर-घर जा रहे हैं। जांच टीम ने होशंगाबाद तहसील कार्यालय में कम्प्यूटर पर मतदाता सूची देखी और प्रिंट निकलवाए। जिला निर्वाचन कार्यालय में भी पड़ताल की गई।
सिवनी मालवा विधानसभा की मतदाता सूची की पड़ताल के लिए आयोग के अधिकारी बीसी पात्रा और आईटी विशेषज्ञ अंकित सिंह पहुंचे। दोनों ने सिवनी मालवा तहसील कार्यालय में एसडीएम धीरेन्द्र सिंह से बंद कमरे में बात की। टीम भरलाय, रानीपुर, रावनपीपल गांव भी गई। दोनों दल सोमवार को होशंगाबाद में ही रुकेंगे।
भोजपुर विस क्षेत्र के तीन गांवों में पहुंची टीम
रायसेन की भोजपुर विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची की गड़बड़ी की जांच करने प्रमुख सचिव अनुज जयपुरिया और आईटी विशेषज्ञ विजय कुमार की टीम ने भोजपुर, नीमखेड़ा और कीरतनगर गांव का दौरा किया। सूची में दर्ज नाम और फोटो के आधार पर मतदाताओं से बात की। जांच दल ने गौहरगंज एसडीएम कार्यालय में रिकार्ड की जांच भी की।