Side effects of Epidemic: कोरोना से जंग जीती, लेकिन वायरस की वजह से बढ़ गई खून में शुगर
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक है उन पर इस रोग के घातक परिणाम तो नजर नहीं आ रहे हैं लेकिन शुगर बढ़ने के मामले सामने आए हैं।
अभिषेक चेंडके इंदौर, स्टेट ब्यूरो। इंदौर में कोरोना महामारी के अलग-अलग साइड इफेक्ट सामने आ रहे हैं। कोरोना वायरस शुगर और ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए सबसे ज्यादा गंभीर है और शहर में कोरोना से ज्यादातर मौतें भी इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों की ही हुई है। जो लोग इस वायरस को हरा चुके हैं, उनमें से भी कुछ को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।
30 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों में शुगर का स्तर बढ़ा
30 से ज्यादा कोरोना संक्रमितों में शुगर का स्तर बढ़ने के मामले सामने आए हैं। हालांकि यह बीमारी स्थाई तौर पर नहीं है। अरबिंदो अस्पताल में 35 से 40 आयु वर्ग के 30 से ज्यादा संक्रमितों में शुगर का स्तर बढ़ने का मामला सामने आया है। हालांकि यह गंभीर स्थिति नहीं है। ये ऐसे रोगी थे, जिन्होंने कोरोना को हरा दिया, लेकिन इस वायरस की वजह से उनकी शुगर बढ़ी हुई मिली, जबकि पहले उन्हें शुगर की शिकायत नहीं थी।
संक्रमण के कारण दूसरे अंगों पर प्रभाव
डॉक्टर इसे संक्रमण के कारण दूसरे अंगों पर हो रहे प्रभाव के तौर पर देख रहे हैं। मधुमेह रोग विशेषषज्ञ डॉ. सुनील एम जैन के अनुसार कोरोना वायरस इंसुलिन बनाने वाले सेल में भी रुकावट डाल सकता है। संक्रमण के बाद ठीक हो चुके कई मरीजों की शुगर बढ़ने के केस का फीडबैक मिला है। संक्रमण के कारण शरीर की रासायनिक प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। यह भी एक वजह हो सकती है।
अनियंत्रित शुगर वाले रोगियों के लिए कोरोना रिस्क फैक्टर बढ़ाता है
अनियंत्रित शुगर वाले रोगियों के लिए कोरोना रिस्क फैक्टर बढ़ाता है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक है, उन पर इस रोग के घातक परिणाम तो नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन शुगर बढ़ने के मामले सामने आए हैं। अस्पताल से अब तक एक हजार से ज्यादा मरीज ठीक होकर जा चुके हैं। इनमें से 30 से 35 मरीजों में शुगर बढ़ने के मामले सामने आए हैं। दरअसल, यह वायरस पेंक्रियाज में सूजन बढ़ा देता है। इस कारण यह बदलाव देखा जा रहा है-डॉ. रवि दोशी, अरबिंदो अस्पताल।
फेफड़ों से संक्रमण को खत्म करने के लिए कई बार मरीजों को इस्टेरॉइड्स दिए जाते हैं। इस वजह से भी शुगर का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में शुगर का बढ़ना अस्थाई समस्या है। कोरोना वायरस के कारण कुछ मरीजों में दिल का दौरा प़़डना, फेफड़े फटने जैसे मामले देखने को मिल रहे हैं-डॉ. गौरव गुप्ता, चोइथराम अस्पताल।