एमपी में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर शिक्षण संस्थान 15 अप्रैल तक बंद, महाराष्ट्र से परिवहन पर प्रतिबंध
मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान ने प्रजेंटेशन में बताया कि संक्रमण को रोकने के लिए जन-जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वयं इसका नेतृत्व कर रहे हैं। किल कोरोना अभियान के द्वितीय चरण को प्रारंभ करने की तैयारी भी की गई है।
भोपाल, स्टेट ब्यूरो। मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मोहम्मद सुलेमान ने प्रजेंटेशन में बताया कि संक्रमण को रोकने के लिए जन-जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वयं इसका नेतृत्व कर रहे हैं। रेस्टोरेंट आदि से सिर्फ भोजन ले जाने की सुविधा उपलब्ध है। बड़े आयोजन, मेले आदि प्रतिबंधित हैं। शिक्षण संस्थाओं को भी 15 अप्रैल तक खोले जाने और महाराष्ट्र से परिवहन पर प्रतिबंध है।
किल कोरोना अभियान के द्वितीय चरण को प्रारंभ करने की तैयारी
प्रदेश में 720 फीवर क्लीनिक कार्य कर रहे हैं। किल कोरोना अभियान के द्वितीय चरण को प्रारंभ करने की तैयारी भी की गई है। कोरोना की जांच के लिए आरटी-पीसीआर और आरएटी पद्धतियों से जांच शुल्क क्रमश: 700 और 300 रपये करने के आदेश जारी हो गए हैं। घर से सैंपल लिए जाने पर 200 रपये की राशि अतिरिक्त रूप से लगेगी। अस्पतालों में बिस्तर क्षमता में निरंतर वृद्धि की जा रही है। सिटी स्कैन की दर भी 3000 पये से अधिक नहीं होगी।
मध्यप्रदेश में मिले 3,722 नए कोरोना मरीज
मध्यप्रदेश में कोरोना का संक्रमण बेकाबू लग रहा है। सोमवार को सभी जिलों में मिलाकर 3,722 मरीज मिले हैं। 33, 493 सैंपल की जांच में इतने मरीज मिले हैं। हालांकि, सोमवार को 40,454 सैंपल लिए गए थे। इस तरह संक्रमण दर 11 फीसद रही।
एक महीने में ही कोरोना संक्रमण दर तीन फीसद से बढ़कर 11 फीसद पर पहुंची
करीब एक महीने में ही रोजाना की संक्रमण दर तीन फीसद से लगातार बढ़कर 11 फीसद पर पहुंच गई है। इसका मतलब यह है कि 100 सैंपल की जांच में 11 पॉजिटिव मिल रहे हैं। प्रदेश में अब संक्रमितों की कुल संख्या तीन लाख 13 हजार 971 हो गई है। सोमवार को 18 मरीजों की मौत हुई है।