पीएफआइ प्रमुख के बारे में कुछ अहम जानकारी केरल को दे सकता है ईडी
ईडी ने केरल राज्य बिजली बोर्ड में वरिष्ठ सहायक सलाम का बयान मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत दर्ज किया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) केरल सरकार को इस्लामी संगठन और देश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों के कथित वित्तीय संबंधों से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में उसके कर्मचारी एवं पीएफआइ अध्यक्ष ओएम अब्दुल सलाम की भूमिका के बारे में जल्द जानकारी दे सकता है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने केरल राज्य बिजली बोर्ड में वरिष्ठ सहायक सलाम का बयान गत फरवरी में मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया था। अधिकारियों ने कहा कि सलाम उस समय पीएफआइ का उपाध्यक्ष था।
बताया जाता है कि सलाम केरल के मालापुरम जिले के मंजेरी नगर में बिजली बोर्ड के क्षेत्रीय आडिट कार्यालय में तैनात है। अधिकारियों ने बताया कि जब सलाम को ईडी ने इस वर्ष के शुरू में तलब किया तब उसने एजेंसी को सूचित किया था कि वह बिजली बोर्ड में कार्य करता है। विभागीय काम पूरे करने की जरूरत बताते हुए उसने अपनी पेशी टालने का अनुरोध किया था।
ईडी पीएफआइ के खिलाफ 2018 से पीएमएलए के तहत जांच कर रही है। ईडी ने पाया है कि पिछले वर्ष चार दिसंबर से और छह जनवरी के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में संगठन से जुड़े कई बैंक खातों में कम से कम 1.04 करोड़ रुपये जमा कराए गए।