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Amarnath Yatra से पहले घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट तेज, TOP-10 आतंकियों की सूची तैयार

Amarnath Yatra एक जुलाई से शुरू होने वाली इस पवित्र यात्रा की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए सुरक्षा बल अभी से जुट गए हैं। इसके लिए घाटी में आतंकियों के सफाए का अभियान तेज हो गया है।

By Amit SinghEdited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 04:53 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jun 2019 01:13 PM (IST)
Amarnath Yatra से पहले घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट तेज, TOP-10 आतंकियों की सूची तैयार
Amarnath Yatra से पहले घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट तेज, TOP-10 आतंकियों की सूची तैयार

श्रीनगर, जेएनएन। अंसार-गजवात-उल-हिंद के कमांडर जाकिर मूसा को ढेर करने के बाद अब कश्मीर में सक्रिय हिज्ब के डिवीजनल कमांडर रियाज नायकू, अल-बदर के कमांडर जावेद, जैश के उमर और जाहिद अफगानी समेत प्रमुख कमांडर सुरक्षाबलों के राडार पर हैं। सुरक्षाबलों ने 10 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची तैयार की है। इसमें दो विदेशी आतंकी भी हैं। सुरक्षाबल इस साल अब तक कश्मीर में 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर चुके हैं।

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बता दें कि सुरक्षाबल एक रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। आतंक का चेहरा बन चुके इन मोस्ट वांटेड आतंकियों के सफाए से वे स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती रोकने के साथ यह संदेश देना चाहते हैं कि 'जो भी बंदूक उठाएगा, मारा जाएगा'। कश्मीर में करीब 275 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से करीब 190 स्थानीय हैं।

सबसे ज्यादा 15 लाख का इनाम है रियाज नायकू पर
मोस्ट वांटेड की सूची में सबसे ऊपर हिज्ब का रियाज नायकू है। डबल-ए श्रेणी का आतंकी रियाज नायकू का कोड जुबैर उल इस्लाम है। नायकू ने ही बीते साल कश्मीर घाटी में पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के परिजनों को अगवा कर सनसनी फैला दी थी। कई लोग दावा करते हैं कि वह कश्मीर में हिज्ब का ऑपरेशनल कमांडर मुहम्मद बिन कासिम है, लेकिन वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, रियाज नायकू और मुहम्मद बिन कासिम दोनों अलग-अलग हैं। 2012 से सक्रिय नायकू पुलवामा का रहने वाला है और उस पर सबसे ज्यादा 15 लाख रुपये इनाम है।

वसीम और अशरफ पर सात-सात लाख का इनाम
सुरक्षाबलों ने दूसरे नंबर पर लश्कर के स्थानीय डिवीजनल कमांडर वसीम अहमद उर्फ ओसामा को रखा है। उस पर सात लाख का इनाम है। वहीं, अनंतनाग में टेंगपा कोकरनाग का रहने वाला मोहम्मद अशरफ खान उर्फ अशरफ मौलवी उर्फ मंजूर उल हक उर्फ मंसूर उल इस्लाम तीसरे नंबर पर है।

डबल-ए श्रेणी का आतंकी है मेहराजुद्दीन
उत्तरी कश्मीर के बारामुला का हिज्ब कमांडर मेहराजुद्दीन हलवाई उर्फ उबैद 12वीं पास है। डबल-ए श्रेणी में सूचीबद्ध मेहराजुद्दीन सोपोर का रहने वाला है। उसके कथित तौर पर पाकिस्तान जाने की खबर थी। उसे सूची में शामिल करना बताता है कि वह लौट आया है।

सैफुल्ला संभाल रहा श्रीनगर में हिज्ब की कमान
श्रीनगर में हिजबुल मुजाहिदीन की कमान संभाल रहे सैफुल्ला मीर उर्फ डॉ. सैफ की उम्र करीब 29 साल है। 12वीं पास सैफुल्ला पुलवामा का रहने वाला है। सैफुल्ला करीब एक साल पहले हिज्ब का कमांडर बना और श्रीनगर में हिज्ब के कैडर को सक्रिय कर रहा है।

अशरफ की एसेंजियों के पास भी ज्यादा जानकारी नहीं
पुलवामा में सक्रिय अशरफ उल हक भी डबल ए-श्रेणी का हिज्ब का 12 लाख का इनामी आतंकी है। लेकिन उसके बारे में सुरक्षा एजेंसियों को भी ज्यादा जानकारी नहीं है। वह करीब एक साल पहले पुलवामा में सक्रिय हुआ था।

अल-बदर मुजाहिदीन के जावेद की सरगर्मी से तलाश
करीब दो साल से कश्मीर में पुन: सक्रिय हो रहे आतंकी संगठन अल-बदर मुजाहिदीन का कमांडर जावेद मट्टू उर्फ फैसल उर्फ साकिब उर्फ मुसैब उत्तरी कश्मीर में सक्रिय है। वह सोपोर के खुशाल मट्टू का रहने वाला है। 12वीं पास जावेद ए-श्रेणी की सूची में शामिल है।

जैश के उमर और जाहिद अफगानी दोनों विदेशी आतंकी
मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में दो विदेशी आतंकी हैं और दोनों ही जैश से जुड़े हैं। इनमें एक जैश का ऑपरेशनल कमांडर हाफिज उमर है, जिसे मौलाना अजहर मसूद के खानदान से संबंधित बताया जाता है। उसका एक और चचेरा भाई भी कश्मीर में सक्रिय है। जैश का दूसरा कमांडर जाहिद शेख उर्फ उमर अफगानी है। अफगानी के बारे में कहा जाता है कि वह अफगानिस्तान में नाटो सेना के खिलाफ लड़ चुका है।

सूची में सबसे नीचे हिज्ब का आतंकी एजाज
कुपवाड़ा में हिज्ब के नेटवर्क को फिर से तैयार करने में जुटे एजाज अहमद मलिक ने हालांकि किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम नहीं दिया है, लेकिन उसे 10 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में सबसे नीचे रखा गया है। हाफिज-ए-कुरान एजाज अहमद सितंबर 2018 में आतंकी बना था।

एक जुलाई से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा
राज्‍य में पवित्र Amarnath Yatra पहली जुलाई से शुरू होनी है। इसके मद्देनजर सुरक्षाबल पूरी तरह से मुस्‍तैद हैं। आतंकी इस यात्रा में खलल न डाल पाएं इसके लिए सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी है। सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए इस साल अब तक 101 आतंकियों को मार गिराया है। वर्ष 2018 में यह आंकड़ा 80 के करीब था। इस साल हर माह औसतन पांच आतंकी मारे गए हैं।

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