वाट्सएप चैट लीक होने से कमजोर हुआ केस, अब इन बॉलीवुड सितारों पर सिर्फ ड्रग्स सेवन के आरोप
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि प्रमुख टैलेंट कंपनियों के मैनेजरों जिस तरह से सेलिब्रिटियों के लिए ड्रग्स का इंतजाम करते थे उसे देखकर ऐसा लगता है कि वे केवल उपभोक्ता न होकर ड्रग ट्रैफिकिंग सिंडिकेट का भी हिस्सा हों।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड ड्रग सिंडिकेट के संबंध में वाट्सएप चैट के लीक होने से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) का केस कमजोर हो गया है। अधिकारियों का मानना है कि चैट के सार्वजनिक होने से कई ड्रग पेडलर्स भूमिगत हो गए हैं। यदि ऐसा नहीं हुआ होता तो कई सेलिब्रिटियों के ठिकानों पर ही ड्रग्स मिल जाती। एनसीबी एसआइटी (विशेष जांच दल) को उन हस्तियों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य एकत्र करने के लिए और समय देना चाहती थी, जिन्हें अभी तलब किया गया है। लेकिन वाट्सएप चैट के लीक होने के कारण एजेंसी को उन्हें पहले ही तलब करना पड़ा।
एसआइटी इस केस को सुशांत सिंह राजपूत के मामले से जोड़ कर देख रही थी, लेकिन अब जब सारा मामला सामने आ गया है तो बॉलीवुड भी बंटा हुआ नजर आ रहा है। अधिकारियों का मानना है कि टीवी चैनलों पर वाट्सएप चैट सार्वजनिक हो जाने से अभियुक्तों और सेलिब्रिटी सचेत होने और सुबूतों को मिटाने का समय मिल गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि प्रमुख टैलेंट कंपनियों के मैनेजरों जिस तरह से सेलिब्रिटियों के लिए ड्रग्स का इंतजाम करते थे उसे देखकर ऐसा लगता है कि वे केवल उपभोक्ता न होकर ड्रग ट्रैफिकिंग सिंडिकेट का भी हिस्सा हों।
उन्होंने कहा कि गहन जांच में हमने पता लगा लिया था कि इस हाई प्रोफाइल केस से कई सेलेब्स जुड़े हुए हैं और हम धीरे-धीरे सभी तक पहुंच बना रहे थे, ताकि किसी भी हालत में केस कमजोर न पड़ने पाए। लेकिन वाट्सएप चैट के लीक होने से कई सुबूतों से छेड़छाड़ हो चुकी है और केस कमजोर हो गया है। अब ज्यादातर लोगों को केवल ड्रग्स का सेवन करने के आरोप में पकड़ा जाएगा।
हालांकि, मामले की पूरी तस्वीर भविष्य की जांच पर निर्भर करेगी। उन्होंने बताया कि अधिकारियों की टीम कुछ शीर्ष हस्तियों पर नजर रखे हुए थी, इसलिए दीपिका पादुकोण, सारा अली, श्रद्धा कपूर, रकुल प्रीत सिंह और डिजाइनर सिमोन को समन किया गया था। उम्मीद जताई जा रही थी इनसे पूछताछ के बाद पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश हो सकता है। अधिकारी ने बताया कि अब हर कोई यह सवाल करेगा कि वे ड्रग्स कैसे और कहां-कहां से खरीद रहे थे। लेकिन यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या केवल कंपनियों के मैनेजर ही हस्तियों तक ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे या ये स्वयं भी सीधे कुछ ड्रग्स पेडलर्स के संपर्क में थे।