डॉ. कर्ण सिंह बोले, अयोध्या में भगवान राम के साथ सीता की भी लगे मूर्ति, जानें और क्या दिया सुझाव
वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. कर्ण सिंह ने अयोध्या में प्रस्तावित नए श्रीराम मंदिर में भगवान राम के साथ देवी सीता की मूर्ति भी मंदिर के मुख्य भाग में स्थापित करने का सुझाव दिया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. कर्ण सिंह ने अयोध्या में प्रस्तावित नए श्रीराम मंदिर में भगवान राम के साथ देवी सीता की मूर्ति भी मंदिर के मुख्य भाग में स्थापित करने का सुझाव दिया है। साथ ही श्रीराम मंदिर में एक भव्य शिवलिंग की स्थापना की पैरोकारी करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम ने खुद शिव की अराधना की थी।
अकेले श्रीराम की पूजा अधूरी रह जाती है
भारतीय संस्कृति के प्रखर विद्वानों में गिने जाने वाले डॉ. कर्ण सिंह ने मंगलवार को जारी अपने एक बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को श्रीराम के भव्य मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा और इसीलिए उनका कुछ सुझाव है। एक तो इसमें प्रमुख मूर्तियां श्रीराम और सीताजी दोनों की होनी चाहिए। अकेले श्रीराम की पूजा अधूरी रह जाती है और अयोध्या में सीताजी के साथ जितना अन्याय हुआ, क्या फिर से उन्हें वनवास दिया जाएगा।
सुंदर और भव्य शिवलिंग की स्थापना हो
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका दूसरा सुझाव है कि अयोध्या के इस श्रीराम मंदिर में एक सुंदर और भव्य शिवलिंग की स्थापना अवश्य होनी चाहिए। यह सर्वविदित है कि श्रीराम ने लंका पर चढ़ाई करने से पहले और विजय प्राप्त करने के बाद शिवजी की पूजा की थी। रामेश्वर में स्थित भव्य शिवजी का मंदिर इस सत्य का स्थाई प्रमाण है।
कर्ण सिंह ने कहा कि इसी संदर्भ में उनसे किसी मित्र ने पूछा कि क्या आप वास्तव में राम भक्त हैं? इस पर मैने उत्तर दिया 'मैं रघुवंशी हूं, श्रीराम मेरे कुलदेवता हैं जिनका भव्य श्री रघुनाथ मंदिर मेरे पूर्वजों ने जम्मू में बना रखा है। रहा भक्ति का प्रश्न, मैं उन्हीं की भक्ति करता हूं जिनकी श्रीराम ने स्वयं पूजा की थी।'