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आईएमए की चेतावनी: तीसरी लहर करीब, सरकार धार्मिक यात्राओं पर फिलहाल लगाए रोक, लोग भी बरतें सावधानी

आईएमए) ने सरकार और लोगों के ढिलाई बरतने तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन किये बगैर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने को लेकर सोमवार को चिंता प्रकट की। साथ ही कहा कि ये घटनाएं महामारी की तीसरी लहर का मुख्य कारण बन सकती हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 12 Jul 2021 09:50 PM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 07:29 AM (IST)
आईएमए की चेतावनी: तीसरी लहर करीब, सरकार धार्मिक यात्राओं पर फिलहाल लगाए रोक, लोग भी बरतें सावधानी
बड़ी संख्या में लोगों का एकत्र होना तीसरी लहर का कारण बन सकता है (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्र।  देश में कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। कुछ राज्यों में मामले बढ़े भी हैं। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने सरकार को सचेत करते हुए कहा है कि पर्यटन व धार्मिक यात्राओं से कोरोना ज्यादा घातक हो सकता है। इससे तीसरी लहर जल्द आ सकती है और धार्मिक यात्राएं कोरोना का संक्रमण बढ़ाने में सुपर स्प्रेडर की भूमिका निभा सकती हैं।

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ऐसे में आइएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व सभी राज्य सरकारों से मांग की है कि कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा के उपायों को अभी कम नहीं करना चाहिए। पर्यटन, तीर्थ स्थलों का भ्रमण और धार्मिक यात्राएं जरूरी हैं, लेकिन मौजूदा समय में यह उचित नहीं है। ऐसे आयोजनों के लिए अभी कम से कम तीन माह इंतजार करना चाहिए।

आइएमए के अध्यक्ष डा. जेए जयलाल ने कहा कि डाक्टर दूसरी लहर से निपटकर तुरंत बाहर निकले हैं। ऐसे समय में देश के कई हिस्सों में सरकार के प्रतिनिधि व आम लोग बचाव के नियमों का ठीक से पालन नहीं कर रहे हैं और सामूहिक समारोहों में शामिल हो रहे हैं। पर्यटन व धार्मिक यात्राओं जैसे आयोजनों से होने वाला आर्थिक नुकसान कोरोना के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान व दुष्परिणाम से कम है। इसलिए यह सबकी जिम्मेदारी है कि बचाव के नियमों का ठीक से पालन करें और अभी ऐसा कोई आयोजन न करें, जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा हो। इसके अलावा लोगों के घर के नजदीक टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए।

पर्यटन व धार्मिक यात्राओं से बचें

आईएमए ने एक बयान में कहा कि पर्यटकों का आगमन, तीर्थयात्राएं, धार्मिक उत्साह जरूरी हैं लेकिन कुछ और महीने इंतजार किया जा सकता है। चिकित्सकों के संगठन ने कहा कि वैश्विक साक्ष्य और किसी भी महामारी के इतिहास से यह पता चलता है कि तीसरी लहर आ सकती है।

कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन जरूरी

 आईएमए ने बयान में कहा गया है कि हालांकि, यह जिक्र करना दुखद है कि इस नाजुक वक्त में, जब हर किसी को तीसरी लहर की संभावना घटाने के लिए काम करने की जरूरत है, देश के कई हिस्सों में, सरकारें और लोग ढिलाई बरत रहे हैं तथा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन किये बगैर बड़ी संख्या में एकत्र हो रहे हैं। पर्यटकों का आगमन, तीर्थयात्राएं और धार्मिक उत्साह, ये सभी जरूरी हैं लेकिन कुछ महीने इंतजार किया जा सकता है।  

बिना टीका लगवाए भीड़भाड़ में शामिल न हो

आईएमए ने कहा इनकी इजाजत देना और लोगों को टीका लगवाए बगैर इस भीड़भाड़ में शामिल होने देना कोविड की तीसरी लहर में बड़ा योगदान दे सकता है। ओडिशा के पुरी में सालाना रथ यात्रा शुरू होने के दिन और उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा की अनुमति दिये जाने की वार्ता होने के बीच यह बयान आया है। आईएमए ने सभी राज्यों से लोगों की भीड़भाड़ को रोकने की अपील की है।


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