इस मानसून में बीमार न कर दें हरी सब्जियां, स्वच्छता पर दें विशेष ध्यान; पढ़े एक्सपर्ट की राय
डॉ. अमित एन. द्विवेदी ने बताया कि हरी सब्जियों का सेवन बेहद लाभकारी है। मानसून में पर्याप्त स्वच्छता के अभाव में ये हमें बीमार भी बना सकती हैं...
नई दिल्ली, जेएनएन। स्वास्थ रहने व इम्युनिटी बरकरार रखने के लिए बहुत मुफीद होती हैं हरी सब्जियां। इनमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व, विटामिंस, कैल्शियम और आयरन पाया जाता है। स्वास्थ्य के लिहाज से अगर पोषक तत्वों की बात करें तो हरी सब्जियों से सस्ता दूसरा विकल्प कोई नहीं है। लेकिन बारिश के मौसम में ये हरी सब्जियां आपकी सेहत भी बिगाड़ सकती हैं।
बेशक, संपूर्ण पोषण के लिए हरी सब्जियों का सेवन आवश्यक है पर ध्यान रहे कि इस मौसम बैक्टीरिया के साथ ही सब्जियों में लगने वाले कई तरह के कीड़ों का संक्रमण भी बढ़ जाता है। प्राय: यह कीड़े बहुत सूक्ष्म और हरे रंग होते हैं, इसलिए दिखाई भी नहीं देते हैं। सब्जियों के खेतों से टूटने के बाद सब्जी मंडी और फिर बाजार से आपके किचन तक पहुंचने में इनकी स्वच्छता पर कतई ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसे में जरा सी चूक आपको बीमार कर सकती है। जानें क्या कहते है जनरल फिजीशियन डॉ. अमित एन. द्विवेदी।
कोरोना संक्रमण के चलते स्वच्छता को लेकर हर कोई सजग है पर सब्जियों के इस्तेमाल में सफाई का खास ख्याल रखना जरूरी है। बारिश के दिनों में चटख धूप कम निकलती है इसलिए बैक्टीरिया का संक्रमण तेजी से फैलता है। धूप न मिलने के कारण हरी सब्जियों में बैक्टीरिया के साथ कीड़े तेजी से पनपते हैं। यदि इनकी सफाई ठीक से नहीं की गई तो यह पेट में पहुंचकर लूज मोशन, पेट दर्द, ऐंठन, डायरिया, कालरा, उल्टी, डिहाइड्रेशन, आंतों का संक्रमण आदि का कारण बनती हैं। सालमोनेला जारडियासिस व हेलीकोबैक्टर पिलोरी बैक्टीरिया और एमेबियासिस बारिश के मौसम में ही सर्वाधिक सक्रिय होते हैं। बंदगोभी, चौलाई, पालक, मूली, और अरबी पत्ता के साथ ही टिंडा, तरोई, भिंडी और करेला जैसी सब्जियां भी स्वच्छता के अभाव में पेट की बीमारियां फैलाती हैं।