द्रमुक ने कार्यकर्ताओं से कहा, स्टालिन के पैर मत छुओ
पार्टी ने यह भी कहा है कि स्टालिन और अन्य नेताओं को माला पहनाने या शाल ओढ़ाने की जगह किताबें भेंट की जा सकती हैं।
चेन्नई, प्रेट्र। द्रमुक ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन के पैर न छुएं, क्योंकि यह आत्सम्मान के सिद्धांत के खिलाफ है। पार्टी ने कहा है कि पैर छूने की जगह प्यार से 'वणक्कम' कहकर पार्टी प्रमुख का अभिवादन किया जाना चाहिए। साथ ही पार्टी ने यह भी कहा है कि स्टालिन और अन्य नेताओं को माला पहनाने या शाल ओढ़ाने की जगह किताबें भेंट की जा सकती हैं, जो छात्रों और जनता के उपयोग के लिए पुस्तकालयों को दी जा सकती हैं।
स्टालिन के पैर छूने का विरोध करते हुए पार्टी ने कहा कि अब हमें ध्यान आकर्षित करने के लिए पैर छूने की दासत्व भावना को त्याग देना चाहिए। इसके बदले एक अच्छी राजनीतिक संस्कृति की मजबूती के लिए सहयोग करना चाहिए।
पार्टी मुख्यालय ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि हम कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हैं कि वे पैर छूकर पार्टी अध्यक्ष एमके स्टालिन के लिए असहज स्थिति उत्पन्न न करें। हमें दायित्व, गरिमा और अनुशासन के सिद्धांत की रक्षा करनी चाहिए। इसमें कहा गया है कि प्यार के साथ केवल 'वणक्कम' कहकर स्टालिन का अभिवादन किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि द्रमुक हाल तक अन्नाद्रमुक का मजाक उड़ाता था, क्योंकि उसके कार्यकर्ता दिवंगत महासचिव जयललिता के पैर छूते थे।