बरनाला: कर्ज के बोझ ने ली किसान की जान
बरनाला के एक किसान को कर्ज चुकाने से आसान मौत का रास्ता लगा और जमीन की कुर्की करने आए पुलिस के सामने अपनी मां के साथ उसने आत्महत्या कर ली।
बरनाला। पंजाब के बरनाला स्थित जोधपुर गांव के 30 वर्षीय किसान बलजीत सिंह की दर्दनाक कहानी में मुख्य भूमिका प्रशासन व व्यवस्था की है जो कर्ज का बोझ ढो रहे किसानों के प्रति संवेदनहीन हो चुकी है। दिनों-दिन किसानों की हालत दयनीय होती जा रही है, और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
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प्राप्त खबर के अनुसार, बलजीत ने अपनी दो एकड़ जमीन गिरवी रखकर साहूकार से तीन लाख रुपये का कर्ज लिया था। वक्त पर कर्ज नहीं चुकाने के कारण साहूकार ने बलजीत की जमीन के कुर्की का आदेश कोर्ट से पास करा लिया। और इसके बाद पुलिस व प्रशासन के साथ मंगलवार को साहूकार जोधपुर पहुंचा।
बताया जाता है कि बलजीत ने कर्ज चुकाने के लिए साहुकर से कुछ मोहलत मांगी लेकिन उसकी इस मांग को नजरअंदाज कर दिया गया। ग्रामीणों व किसान संगठन ने भी हालात का वास्ता दे बलजीत के खिलाफ कार्रवाई का विरोध किया। पर पुलिस ने उन सबको खदेड़ दिया।
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कोई रास्ता न निकलता देख बलजीत छत पर चढ़ गया और अपनी 60 साल की बुजुर्ग मां के साथ कीटनाशक पीकर मौत को गले लगा लिया।