पेशावर में दिलीप कुमार का जर्जर मकान ढहा, बनेगी प्रतिकृति
दिलीप कुमार का जन्म 1922 में पेशावर में हुआ था। वह काफी अर्से तक इस मकान में रहे थे। बाद में वे मुंबई आ गए और यहीं पर वह ख्याति अर्जित की जिससे उन्हें ट्रेजिडी किंग का खिताब मिला।
पेशावर, प्रेट्र। हिंदी सिनेमा के ट्रेजिडी किंग दिलीप कुमार का पेशावर स्थित पुश्तैनी मकान ढह गया। मकान का सामने का हिस्सा और मुख्य दरवाजा ही जर्जर हालत में बचा है। सरकार का कहना है कि मकान की प्रतिकृति बनवाई जाएगी, जिससे बेजोड़ कलाकार की याद बरकरार रह सके।
दिलीप कुमार का जन्म 1922 में पेशावर में हुआ था। वह काफी अर्से तक इस मकान में रहे थे। बाद में वे मुंबई आ गए और यहीं पर वह ख्याति अर्जित की जिससे उन्हें ट्रेजिडी किंग का खिताब मिला। इस मकान को लेकर कानूनी विवाद चल रहा था। मोहल्ला खुदा दाद में स्थित मकान को लेकर सांस्कृतिक विरासत परिषद के महासचिव शकील वहीदुल्लाह का कहना है कि किस्सा ख्वानी बाजार में स्थित मकान के उद्धार के लिए छह बार खैबर पख्तूनख्वा की सरकार को पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। 2014 में पाक सरकार ने इसे राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दिया था। उनका कहना है कि दिलीप की पत्नी सायरा बानो को जब मकान के बारे में बताया गया तो वह उदास हो गईं।
पुरातत्व संरक्षण विभाग के निदेशक अब्दुल समद हालांकि इसे अपने लिए एक सौगात मानते हैं। उनका कहना है कि इससे उन्हें इस यादगार धरोहर को दोबारा बनाने का मौका मिलेगा। पूरे ढांचे को ढहाकर नए सिरे से प्रतिकृति खड़ी की जाएगी। राहत की बात यह है कि अब फिलहाल मकान को लेकर कोई विवाद अदालत में लंबित नहीं है। गौरतलब है कि पेशावर में दिवंगत राजकपूर, विनोद खन्ना के साथ किंग खान शाह रुख खान का भी पुश्तैनी मकान है।
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