छत्तीसगढ़ में कोरोना मौत के आंकड़ों में अंतर पर हड़कंप, मंत्री बोले-एक-एक मौत का करें सत्यापन
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि किसी भी प्रकार के आंकड़ों को छिपाने की जरूरत नहीं है। छत्तीगसढ़ में कोरोना से हो रही मौत के आंकड़ों में अंतर की खबर आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीगसढ़ में कोरोना से हो रही मौत के आंकड़ों में अंतर की खबर आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए एक-एक मौत के सत्यापन का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- हर मौत का करें सत्यापन, कोरोना का सच जनता के सामने रखने के निर्देश
आनन-फानन ने स्वास्थ्य संचालक ने कोरोना नियंत्रण के नोडल अधिकारी को राज्य स्तर पर जारी आंकड़े और जिलों के आंकड़ों की जांच का निर्देश दिया है। कोरोना नियंत्रण अभियान (कमांड सेंटर) व जिलों से जारी आंकड़ों में अंतर को लेकर 'नईदुनिया' में प्रकाशित खबर को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने गंभीरता से लिया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- कोरोना के आंकड़ों को छिपाने की जरूरत नहीं
उन्होंने विभागीय अफसरों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कोरोना का सच जनता के सामने रखने के निर्देश दिए। नईदुनिया ने सोमवार के अंक में 'कोरोना पर प्रदेश सरकार की दो इकाइयों के आंकड़ों में जमीन-आसमान का अंतर' शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया था। मंत्री सिंहदेव ने कहा कि किसी भी प्रकार के आंकड़ों को छिपाने की जरूरत नहीं है। नईदुनिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि जिलों से मौत की जानकारी आने में थोड़ी देर होती है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में अंतर वाजिब नहीं है। जिलों में मौत की रिपोर्ट का सत्यापन करने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य संचालक नीरज बंसोड ने बताया कि स्टेट कमांड सेंटर के नोडल अफसर को एक-एक मौत के सत्यापन का आदेश दे दिया गया है। साथ ही जिला स्तर पर जो भी जानकारी आ रही है, उसे स्टेट कमांड सेंटर के आंकड़ों में शामिल करने के भी निर्देश दिए हैं।
सुबह से ही सक्रिय हो गया था मंत्री कार्यालय
नईदुनिया में प्रकाशित खबर को लेकर स्वास्थ्य मंत्री का कार्यालय सुबह से ही सक्रिय हो गया। आनन-फानन में मंत्रालय से लेकर स्टेट कमांड सेंटर और जिलों के अफसरों से एक-एक कर बात की गई। जिलों के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय ने स्टेट कमांड सेंटर और जिलों के आंकड़ों में अंतर की बात स्वीकार की। वहीं, स्टेट कमांड सेंटर की तरफ से सफाई दी गई कि जिलों से प्राप्त आंकड़ों का परीक्षण किया जाता है, इस वजह से अंतर दिख रहा है।