क्या तुमने मुझे बाजार से कुछ लाने को कहा था? शायद मैं कुछ भूल रहा हूं!
उम्र बढऩे के साथ-साथ याददाश्त में कमी होना सामान्य है। 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर्स डे के मौके पर विशेषज्ञों से जाने क्या है ये बीमारी? और क्या है इसका इलाज?
अलीगढ़ (विनोद भारती)। ''मैंने अपना चश्मा कहां रख दिया हैं? क्या तुमने मुझे बाजार से कुछ लाने को कहा था? शायद मैं कुछ भूल रहा हूं! कल कौन से मेहमान आए थे? आम जिंदगी में ऐसी बातें रोज सामने आती हैं, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह अल्जाइमर्स डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) के लक्षण हैं। अमूमन, यह बुजुर्गों की बीमारी है। उम्र बढऩे के साथ-साथ याददाश्त में कमी होना सामान्य है। 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर्स डे के मौके पर विशेषज्ञों से जाने क्या है ये बीमारी? और क्या है इसका इलाज?
जेएन मेडिकल कॉलेज में मानसिक रोग विभाग के चेयरमैन प्रो. एसए आजमी के अनुसार अल्जाइमर्स रोग एक प्रकार का डिमेंशिया (मनोभ्रंश) रोग है। 50-70 फीसद मामलों में यह बीमारी इतनी बढ़ जाती है कि रोगी अपने दिन प्रतिदिन के क्रिया कलाप भी ठीक से नहीं कर पाता। उसे दूसरे पर निर्भर होना पड़ता है। 60 वर्ष की उम्र के बुजुर्गों में यह 0.5 से 0.7 फीसद तक व्याप्त है। बुजुर्गों पर-सठियाया गया है या बूढ़ा हो गया जैसे अमर्यादित टिप्पणी नहीं करनी चाहिएं, बल्कि इलाज के लिए प्रेरित करें।
युवा भी भूलने की बीमारी से ग्रस्त
आशा ब्रेन एंड स्पाइन सेंटर के संचालक व वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. नागेश वाष्र्णेय बताते हैं कि बुजुर्गों में यह कॉमन बीमारी है, मगर फैमिली हिस्ट्री (अनुïवांशिक) होने से कई बार 40-45 वर्ष के युवाओं को भी चपेट में ले लेती है। एंजाइटी, डिप्रेशन, हाइपर टेंशन, स्ट्रैस आदि कारणों के चलते ये बीमारी से ग्र्रस्त हो जाते हैं, जिसे वैस्क्युलर डिमेंशिया कहा जाता है। इस बीमारी को दवा के अलावा नियमित शारीरिक व दिमाग के व्यायाम और संतुलित आहार से ठीक किया जा सकता है।
याददाश्त कम होने के कारण
- उम्र के हिसाब से न्यूटरोन का जल्द सिकुड़ जाना
- सिर की चोट
- इंफेक्शन, वायरल, बैक्टीरियल
- ब्रेन अटैक या स्ट्रोक
- नॉर्मल प्रेशर हाइड्रोसिफेलस
- क्रोनिक सबड्यूरल हिमाटोमा आदि
लक्षण
- स्मरण शक्ति में कमी-रोजाना की दिनचर्या भूल जाना
- घर के लोगों के नाम भूल जाना
- घर का रास्ता भूल जाना
- सामान रखकर भूल जाना
- चिड़चिड़ापन