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दिल्ली: 1.8 करोड़ के बिल की जांच की मांग करते मनीष तिवारी को मिला मांडविया का जवाब, अस्पताल से जवाब तलब

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मामले पर संज्ञान लिया है। उन्होंने मांडविया की ओर से मिला एक पत्र साझा किया। मरीज विगत 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुआ और छह सितंबर को उसे छुट्टी दी गई है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 02:41 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 03:14 PM (IST)
दिल्ली: 1.8 करोड़ के बिल की जांच की मांग करते मनीष तिवारी को मिला मांडविया का जवाब, अस्पताल से जवाब तलब
दिल्ली: 1.8 करोड़ के बिल की जांच की मांग करते मनीष तिवारी को मिला मांडविया का जवाब, अस्पताल जवाब तलब

नई दिल्ली, एजेंसी। दक्षिण दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल ने एक कोरोना मरीज का इलाज करने के बाद उसे एक करोड़ 80 लाख रुपये का बिल थमा दिया। इस मामला के प्रकाश में आते ही कई तरह के सवाल खड़े हो गए। कांग्रेस द्वारा इस मामले को प्रमुखता से उठाया गया। न सिर्फ दिल्ली की आप सरकार, यहां तक की हेल्थ मिनिस्ट्री से भी जवाब मांगा गया। वहीं, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मामले पर संज्ञान लिया है। उन्होंने मांडविया की ओर से मिला एक पत्र साझा किया है।

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रिपोर्ट के मुताबिक, मरीज विगत 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती हुआ था और उसके बाद से निरंतर उपचाराधीन था। छह सितंबर को उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई है। हालांकि, अस्पताल का कहना है कि मरीज 75 दिन तक एक्मो सपोर्ट पर रहा और हमने मरीज के परिजनों को इलाज के खर्च के बारे में पहले ही बता दिया था। इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) विधायक सोमनाथ भारती ने ट्वीट कर अस्पताल के खिलाफ जांच की मांग करते हुए दिल्ली सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील की थी।

मनीष तिवारी ने अपने ट्वीट में कहा, 'स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मैक्स अस्पताल साकेत द्वारा एक मरीज से लिए गए 1.8 करोड़ के बिल की जांच का वादा करते हुए पत्र लिखा है।' इसके अलावा उन्होंने सोमनाथ भारती से अनुरोध किया कि वे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मामले को देखने के लिए कहें, क्योंकि स्वास्थ्य राज्य का विषय है।

विधायक सोमनाथ भारती ने बताया था कि उनके पास एक महिला एक करोड़ 80 लाख रुपये का बिल लेकर आई थी, जिसे देखकर वह दंग रह गए। इसके बाद विधायक भारती ने ट्वीट कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विरोध जताते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। इससे यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गया है। विधायक ने कहा कि सरकार को तत्काल मरीज के बिल का आडिट कराना चाहिए। साथ ही यह भी देखना होगा कि कोविड-19 के तहत सरकार ने जो मूल्य निर्धारण किया था उसका सही पालन हुआ या नहीं।

वहीं, मैक्स अस्पताल साकेत ने मरीज की जानकारी दी और कहा कि एक्मो अत्याधुनिक तकनीक है जो कुछ ही अस्पतालों में उपलब्ध है। मरीज और उनके परिजन उपचार को लेकर संतुष्ट थे और उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई, जबकि विधायक सोमनाथ भारती का कहना है कि परिजन काफी डरे हुए हैं इसलिए वह कुछ भी कहने से घबरा रहे हैं।


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