Move to Jagran APP

दिल्ली में नहीं होगी कोयले की किल्लत, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री बोले- मौजूद है चार दिनों से ज्यादा का स्टाक

Delhi Coal Crisisराष्ट्रीय राजधानी में बिजली संकट के बीच दिल्ली के बिजली मंत्रालय बीएसईएस और टाटा पावर के अधिकारी बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी को लेकर रविवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह के आवास पर बैठक हुई।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 12:39 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 03:13 PM (IST)
दिल्ली में नहीं होगी कोयले की किल्लत, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री बोले- मौजूद है चार दिनों से ज्यादा का स्टाक
बिजली संकट को लेकर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के आवास पर बैठक।

नई दिल्ली, एएनआइ। देश के बिजली संयंत्रों में कोयले की किल्लत को लेकर संकट गहराता जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में बिजली गुल होने की आशंका के बीच केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने ऊर्जा मंत्रालय, बीएसइएस और टाटा पावर के अधिकारियों के साथ बैठक की। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली संकट को बेवजह प्रचारित किया गया। हमारे पास पर्याप्त भंडार हैं। दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी।

loksabha election banner

आरके सिंह ने कहा कि मैंने गेल के सीएमडी से देश भर के बिजली स्टेशनों को आवश्यक मात्रा में गैस की आपूर्ति जारी रखने के लिए कहा है। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि आपूर्ति जारी रहेगी। न पहले गैस की कमी थी, न भविष्य में होगी। उन्होंने बताया कि बिना आधार के ये पैनिक इसलिए हुआ क्योंकि गेल ने दिल्ली के डिस्काम को एक मैसेज भेजा था कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस देने की कार्रवाई एक या दो दिन बाद बंद करेगा। वो मैसेज इसलिए भेजा क्योंकि उसका कांट्रैक्ट समाप्त हो रहा है।

मंत्री ने कहा कि हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज्यादा का औसतन स्टाक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टाक आता है। कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टाक आज आया है। पहले की ​तरह कोयले का 17 दिन का स्टाक नहीं है। कोयले की ये स्थिति इसलिए है क्योंकि हमारी मांग बढ़ी है और हमने आयात कम किया है। हमें कोयले की अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी है हम इसके लिए कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी के संपर्क में हूं।

दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने कल आगाह किया था कि अगर राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को कोयले की तत्काल आपूर्ति नहीं की गई तो दो दिनों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में पूर्ण रूप से ब्लैकआउट हो सकता है। दिल्ली में बिजली संकट के समाधान को लेकर जैन ने कहा कि सरकार फिलहाल महंगी बिजली भी खरीदने को तैयार है।

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी चेतावनी दी है कि राष्ट्रीय राजधानी को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, 'मैं व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं। हम इससे बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर कोयले की कमी की स्थिति से अवगत कराया था। उन्होंने पीएम से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.