Unlock India: दिल्ली में खुलेंगी फैक्ट्रियां, शुरू होंगे निर्माण कार्य, इन राज्यों में भी मिल सकती है 1 जून से छूट
कोरोना की दूसरी लहर पर कई राज्यों ने काफी हद लगाम लगा ली है। इसके साथ ही ये राज्य अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। ऐसा चरणबद्ध तरीके से ही हो सकता है।
नई दिल्ली (ऑनलाइन डेस्क)। भारत में आई कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने के बाद अब केंद्र और राज्य सरकारें अनलॉक की तरफ कदम बढ़ाने का मन बना चुकी हैं। कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक साबित हुई है। इसकी रोकथाम के लिए राज्य स्तर पर लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया था। लेकिन अब जबकि कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट का असर देखा जा रहा है कि और विशेषज्ञ भी इस बात को कह चुके हैं कि दूसरी लहर का पीक निकल चुका है तो अब सरकार का ध्यान अनलॉक प्रक्रिया की तरफ है।
इस लॉकडाउन के दौरान कई तरह की आर्थिक गतिविधियां बंद होने की वजह से छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में इस माह के अंत तक के लिए लॉकडाउन जारी है।
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश से सबसे अधिक मामले सामने आए थे। ये पूरे भारत से आने वाले मामलों की तुलना में करीब 36 फीसद थे। अब इनमें तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि अब तमिलनाडु, केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। इन राज्यों का देश की जीडीपी में करीब 25 फीसद का योगदान है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि 31 मई से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लेकिन ये तभी होगा जब कोरोना से आने वाले नए मामलों में गिरावट का रुख जारी रहेगा। दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथरिटी की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया है।हालांकि अनलॉक की प्रक्रिया कैसी होगी अभी इसका कोई खुलासा नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि पहले की ही तरह चरणबद्ध तरीके से अनलॉक को अंजाम दिया जाएगा। शुरुआत में कंस्ट्रक्शन और फैक्ट्रियों को खोला जाएगा। शुरुआत में दिल्ली के मुख्यमंत्री के मुताबिक उन्होंने बैठक के दौरान इसकी सलाह भी दी है।
यहां पर सरकार कोविड प्रोटोकॉल के साथ दिल्ली मेट्रो को शुरू करने की इजाजत दे सकती है। इसके अलावा कुछ बाजारों को एहतियात के साथ खोला जा सकता है। सीमित संख्या के तहत शादी समारोह को भी छूट दी जा सकती है। लेकिन इन सभी जगहों पर कोविड-19 के लिए बनाए गए सभी प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से करना होगा। नियमों के तहत सरकारी दफ्तरों को भी खोला जा सकता है। ऐसा भी मुमकिन है कि शुरुआत में दफ्तर में आने वाले कर्मियों की सीमित संख्या और फिर धीरे-धीरे इसको बढ़ाया जाए।
मध्य प्रदेश भी अनलॉक प्रक्रिया के शुरू करने की घोषणा कर चुका है। इस प्रक्रिया के तहत 1 जून से चरणबद्ध तरीके से पाबंदियां हटाई जाएंगी। राज्य के पांच जिलों में कोरोना के नए मामलों में आई गिरावट को देखते हुए कुछ ढील पहले ही दे दी गई है। यहां पर 1 जून से सरकारी दफ्तरों को सीमित कर्मचारियों के साथ खोला जा सकता है। हालांकि सिनेमाघर, मॉल, कोचिंग संस्थान को बाद में खोला जाएगा।
महाराष्ट्र में 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इसके तहत अलग अलग चरणों में दुकानों, शॉपिंग माल्स, ऑफिसों और अन्य चीजों को खोला जा सकता है। माना ये भी जा रहा है कि होटल, रेस्तरां, बार, शराब बिक्री की दुकानों और धार्मिक स्थलों को अंतिम चरण में खोलने की अनुमति मिल सकती है। आपको बता दें कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान महाराष्ट्र देश के सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक था।
उत्तर प्रदेश सरकार में कोविड के मामले कम हुए हैं लेकिन ब्लैक फंगस लगातार अपने पांव पसार रहा है। हालांकि इसके बावजूद यहां पर लॉकडाउन को बढ़ाए जाने की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि सरकार 1 जून से बाजार पर लगी पाबंदियों को हटा सकती है और दफ्तरों को भी सीमित संख्या के साथ खोल सकती है।
बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा में यूं तो 1 जून तक लॉकडाउन को लागू किया है लेकिन यहां पर अनलॉक किए जाने की उम्मीद कम दिखाई दे रही है। हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी इसका संकेत दे चुके हैं। वहीं कर्नाटक में 7 जून की सुबह 6 बजे तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। राजस्थान में लॉकडाउन की समय सीमा को 8 जून तक रखा गया है। केरल में लॉकडाउन तो 30 मई तक ही है लेकिन इसके 1 जून से खुलने के आसार काफी कम ही दिखाई दे रहे हैं। इसी तरह से तमिलनाडु में भी अनलॉक की शुरुआत अभी मुश्किल ही दिखाई दे रही है।