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मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमला, कर्नल और चार जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान

मणिपुर में शनिवार को घात लगाकर किए गए एक हमले में असम राइफल्स की 46वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर (सीओ) उनके परिवार के दो सदस्यों और अर्धसैनिक बल के चार जवानों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा की है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 04:14 PM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 04:32 AM (IST)
मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमला, कर्नल और चार जवान शहीद, पीएम मोदी ने जताया शोक, शाह बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान
मणिपुर में शनिवार को असम राइफल्स के काफि‍ले पर घात लगाकर हमला बोला...

इंफाल/नई दिल्‍ली, एजेंसियां। मणिपुर में शनिवार की सुबह घात लगाकर किए गए हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी और अर्धसैनिक बल के चार अन्य जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि सीमावर्ती राज्य में उग्रवादी हिंसा की ताजा घटना में विप्लव त्रिपाठी की पत्नी और उनके पुत्र भी मारे गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमले की निंदा की। उन्‍होंने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले से दुखी हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। पूरा देश हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है। हमारे वीर जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

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पीएम मोदी बोले- याद रहेगा बलिदान 

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा- मैं मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनका बलिदान हमेशा याद रहेगा। दुख की इस घड़ी में मेरी भावनाएं पीडि़त परिवारों के साथ हैं।

दोषियों को नहीं बख्‍शा जाएगा : राजनाथ सिंह 

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के काफिले पर किया गया यह हमला कायराना और निंदनीय है। इस हमले में शामिल दोषियों को नहीं बख्‍शा जाएगा। इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इन गुनहगारों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

राष्‍ट्रपति नेे कायरतापूर्ण कृत्‍य बताया  

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी इस हमले की निंदा की है। उन्‍होंने कहा- मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हमला निंदनीय है। यह कायरतापूर्ण कृत्य आतंकवाद के सभी रूपों को जड़ से खत्म करने के हमारे संकल्प की पुष्टि करता है।

जारी है अभियान 

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्‍होंने कहा- मैं 46 असम राइफल्‍स के काफिले पर हुए इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं। राज्य के बल और अर्धसैनिक बल पहले से ही उग्रवादियों को पकड़ने के लिए काम कर रहे हैं। दोषियों को बख्‍शा नहीं जाएगा। जल्‍द ही उन्‍हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

भाजपा अध्‍यक्ष ने कही यह बात 

भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस हमले की निंदा की। उन्‍होंने कहा- मणिपुर के चुराचांदपुर में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राष्ट्र इन वीर सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा। ईश्वर शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।

दो उग्रवादी संगठनों ने हमले की जिम्‍मेदारी ली

दो प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों मणिपुर नगा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में अर्द्धसैन्य बल पर हमले की जिम्मेदारी ली है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक चुराचांदपुर जिले के सेहकन गांव में उग्रवादियों ने त्रिपाठी के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया। आइईडी के जरिये किए गए इस हमले के साथ ही मणिपुर की पहाडि़यों में शांति भंग हो गई।

हमलावरों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू

समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, जिस समय उग्रवादियों ने यह हमला किया, उस समय कर्नल त्रिपाठी अपने परिवार और अन्य जवानों के साथ म्यांमार सीमा से लगते चुराचांदपुर जिले में एक नागरिक कार्यक्रम का निरीक्षण करने जा रहे थे। पूर्वोत्तर में पहली बार उग्रवादियों ने किसी सुरक्षा अधिकारी के परिवार को निशाना बनाया है। हमलावरों को पकड़ने के लिए सेना, असम राइफल्स और पुलिस बल ने बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।

सीमा पर कड़ी निगरानी 

इस बीच सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को मणिपुर में हुए हमले के बारे में जानकारी दी गई है। सूत्रों की मानें तो हमले में शामिल उग्रवादियों को भागने से रोकने के लिए म्यांमार सीमा पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सेना मुख्यालय स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।

ऐसे दिया हमले का अंजाम 

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों ने पहले 46 असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के काफिले पर घात लगाकर हमला करने के लिए IED ब्लास्ट किया और फिर मणिपुर के चुराचांदपुर में बल के वाहनों पर फायरिंग की। कमांडिंग आफिसर अपने फारवर्ड कंपनी बेस से अपने बटालियन मुख्यालय लौट रहे थे। 

विप्लव त्रिपाठी की तारीफ

असम राइफल्स ने एक बयान जारी कर कहा कि कर्नल विप्लव त्रिपाठी समेत पांच जवान उग्रवादियों के हमले में शहीद हुए हैं। बहादुर जवानों और पीडि़त परिवारों के प्रति हम संवेदना प्रकट करते हैं। असम राइफल्स ने शहीद अधिकारी विप्लव त्रिपाठी की प्रशंसा की है, जो इसी साल जुलाई में मणिपुर तबादला किए जाने से पहले मिजोरम में सेवा दे चुके थे। बल ने कहा कि मिजोरम में तैनाती के दौरान उनके योग्य और ऊर्जावान नेतृत्व में बटालियन सीमा प्रबंधन और अवैध तस्करी के खिलाफ आगे रहा। बटालियन कई हथियार खोजने में भी कामयाब रहा, जो देश विरोधी तत्वों के हाथों में जा सकता था।


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