पाक से प्रायोजित आतंकवाद के खात्मे के लिए विशेषज्ञों ने दिया सुझाव
पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित आतंकवाद के खात्मे के लिए सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि अब समय आ गया है कि भारतीय खुफिया तंत्र को फिर से नए सिरे से मजबूत किया जाए।
नई दिल्ली (एएनआई)। जम्मू-कश्मीर के नौहट्टा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर ग्रेनेड हमले के बाद सुरक्षा विशेषज्ञों ने पाक प्रायोजित अातंकवाद खत्म करने के लिए सुझाव दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि देश के खुफिया तंत्र को अौर सक्रिय होने की जरूरत है।
रिटायर्ड डिफेंस एक्सपर्ट विंग कमांडर प्रफुल्ल बख्शी ने सोमवार को बताया कि अातंकी हमले के पहले देश का खुफिया तंत्र काफी पीछे रहता है। उन्होंने एएनआई को बताया कि दिन-प्रतिदिन हमारे सैनिक मारे जा रहे हैं। ये हमले महीनों से हो रहे हैं। अब खुफिया तंत्र को दोबारा सक्रिय होने का समय आ गया है।
इसी तरह का विचार एक अन्य रक्षा विशेषज्ञ रिटायर्ड मेजर जनरल पीके सहगल ने दिया कि भारत को अब कठोर निर्णय लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि घाटी में अलगाववादियों को तुरंत हिरासत में लेने की जरूरत है। हालांकि इससे कुछ समय के लिए अशांति पैदा होगी पर लंबे समय तक यह फायदेमंद होगा।
नौहट्टा में ग्रेनेड हमले में चार सीआरपीएफ जवान व सात पुलिसकर्मियों समेत 11 सुरक्षा बल घायल हो गए थे। घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में पहुंचा दिया गया था। बता दें कि उधमपुर में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के कुछ ही घंटो बाद यह हमला हुआ।
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