दाऊद के पूर्व वकील का दावा, सरेंडर करना चाहता था अंडरवर्ल्ड डॉन
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के पूर्व वकील श्याम केसवानी ने दावा किया है जिन शर्तों पर छोटा राजन ने आत्मसमर्पण किया है, उन्हीं शर्तों पर दाऊद भी सरेंडर करना चाहता था। जिस तरह से आज राजन को इंडोनेशिया से भारत लाया गया, उसी तरह दाऊद भी भारत आना चाहता था।
नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के पूर्व वकील श्याम केसवानी ने दावा किया है जिन शर्तों पर छोटा राजन ने आत्मसमर्पण किया है, उन्हीं शर्तों पर दाऊद भी सरेंडर करना चाहता था। जिस तरह से आज राजन को इंडोनेशिया से भारत लाया गया, उसी तरह दाऊद भी भारत आना चाहता था। मगर, सरकार नहीं मानी।
केसवानी ने वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि दाऊद और उसका करीबी छोटा शकील, दोनों सरेंडर करना चाहते थे। मगर, उनकी शर्त थी कि उन्हें मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में नहीं रखा जाए। दाऊद चाहता था कि उसे जेल के बदले हाउस अरेस्ट करके रखा जाए।
इससे पहले जेठमलानी ने भी दावा किया था कि दाऊद के सरेंडर की शर्तों को मानने से महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम शरद पवार ने इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं केंद्र में यूपीए सरकार ने भी उसकी इन शर्तों को मानने से इंकार कर दिया था। बताया जाता है कि जेठमलानी और दाऊद के बीच लंदन में बातचीत हुई थी। छोटा शकील ने भी इस बातचीत की पुष्टि की थी।
जेठमलानी ने कहा था कि सरकार से दाऊद गारंटी चाहता था कि पुलिस उसके खिलाफ थर्ड डिग्री का इस्तेमाल नहीं करेगी। जेल में जान को खतरे का हवाला देते हुए उसने खुद को हाउस अरेस्ट में रखने की बात कही थी। इतना ही नहीं दाऊद ने मुंबई में 1993 में हुए सीरियल बम धमाकों में भी खुद को बेकसूर बताया था।