दलबीर की मोदी सरकार से अपील, कुलभूषण को सरबजीत न बनने दें
पाकिस्तान की जेल में मारे गए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने सरकार से कथित रूप से रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) एजेंट कुलभूषण यादव की रिहाई की अपील की है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में मारे गए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने सरकार से कथित रूप से रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) एजेंट कुलभूषण यादव की रिहाई की अपील की है। इस सिलसिले में उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर कहा कि कुलभूषण को सरबजीत न बनने दें। दलबीर कौर ने शनिवार को सुषमा स्वराज से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान में इस हफ्ते की शुरुआत में रॉ का एजेंट होने के आरोप में गिरफ्तार हुए भारतीय नागरिक और नौसेना के पूर्व अफसर कुलभूषण यादव की जल्द रिहाई सुनिश्चित कराने की अपील की है। उन्होंने कहा, अब लोगों को बाहर आना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि कोई दूसरा सरबजीत न हो। उन्हें डर है कि पाकिस्तान इस मामले को भी सरबजीत जैसा ही मोड़ देगा। दलबीर कौर ने संवाददाताओं को बताया कि सरकार ने कुलभूषण के रॉ का एजेंट होने से इन्कार किया है। उनके माता-पिता ने भी इस बात से इन्कार किया है। इससे ज्यादा आप और क्या चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवाज शरीफ से मिलना चाहते हैं तो उन्हें उससे पहले कुलभूषण की रिहाई सुनिश्चित करानी होगी। कुलभूषण को लेकर नया विवाद कोई साजिश है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किए गए कुलभूषण यादव के संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि उस व्यक्ति का भारत सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। चूंकि उन्होंने नौसेना से समय पूर्व सेवानिवृत्ति ले ली थी। बताया जाता है कि पाकिस्तान सरकार ने कुलभूषण पर आतंकी गतिविधियों और बलूचिस्तान में विद्रोही गतिविधियां करने का आरोप लगाया है।
इस पर दलबीर कौर ने कहा कि कुलभूषण की ही तरह सरबजीत ने खुद को किसान बताया था और वह गलती से सीमावर्ती अपने गांव से पाकिस्तान चला गया था। उसे 1991 में फांसी की सजा सुनाई गई। हालांकि उसकी फांसी टल गई और उसकी मौत लाहौर के अस्पताल में 2013 में हुई।
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