अरुणाचल यात्रा को लेकर गलत सूचना फैला रहा चीन :दलाई लामा
दलाई लामा ने शनिवार को तवांग के बौद्ध मठ में श्रद्धालुओं को संबोधित करने के बाद ये बातें कहीं।
तवांग, प्रेट्र। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने अपनी अरुणाचल प्रदेश यात्रा को लेकर चीन पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने अपना उत्तराधिकारी घोषित करने के प्रयास के लिए चीन की निंदा की है।
उन्होंने कहा कि मेरे बारे में चीन के लोगों को गलत जानकारी दी जा रही है। अन्य देशों में चीन के लोगों से मुलाकात के दौरान यह पता चला। यह पूछे जाने पर कि उनकी तवांग यात्रा से क्या भारत-चीन संबंधों पर असर पड़ेगा, दलाई लामा ने कहा कि हमें अभी इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा, 'मेरी आध्यात्मिक यात्राओं को राजनीतिक रंग देना चीन के लिए आम बात है।
दलाई लामा ने शनिवार को तवांग के बौद्ध मठ में श्रद्धालुओं को संबोधित करने के बाद ये बातें कहीं। भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार की चीन नीति के बारे में उन्होंने कहा कि यह कमोबेश नरसिम्हा राव के दिनों की कांग्रेस सरकार की नीति जैसी ही है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करता हूं। वह सक्रिय हैं और विकास चाहते हैं।
दलाई लामा ने कहा कि चीन द्वारा उनके उत्तराधिकारी के नाम की घोषणा का प्रयास बेतुका है। उन्होंने कहा कि 1969 की शुरुआत में मैंने कहा था कि दलाई लामा की परंपरा जारी रहेगी या नहीं इसका फैसला तिब्बत के लोग करेंगे। अगर यह परंपरा प्रासंगिक नहीं रही तो इसे रोक देना चाहिए। कोई नहीं जानता कि अगला दलाई लामा कौन होगा और उसका जन्म कहां होगा। हालांकि उन्होंने किसी महिला के दलाई लामा बनने की संभावना से इन्कार नहीं किया।
नहीं भाई ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति
दलाई लामा ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के प्रति असंतुष्टि जाहिर की है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र सोच को प्रोत्साहन देने वाले देश में इस तरह की नीति को अमल में लाना मुनासिब नहीं है। धार्मिक नेता ने यूरोपीय संघ द्वारा सामाजिक समरसता को अपनाने और अमेरिका की प्रवासी विरोधी एवं संरक्षणवाद की नीति से दूर रहने के कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में स्थायित्व के लिए भारत, चीन और पाकिस्तान भी इसी तर्ज पर आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ा सकते हैं।
खांडू ने शांति दूत बताया
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पश्चिम कामेंग जिले के तवांग में दलाई लामा स्वागत किया। उन्होंने दलाई लामा को विश्व शांति का दूत बताया। उन्होंने कहा कि दलाई लामा हमेशा से अहिंसा के दूत रहे हैं। जिस तरह 20वीं सदी गांधी जी की थी उसी तरह 21वीं सदी दलाई लामा की है।
दलाई लामा को भारत रत्न के लिए अभियान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दलाई लामा के लिए भारत रत्न की मांग को लेकर अभियान शुरू किया है। जिले के आरएसएस नेता ल्हुनडुप चोसांग ने कहा कि हमने इस संबंध में अब तक 5,000 लोगों के हस्ताक्षर इकट्ठा किए हैं। 25,000 हस्ताक्षर होने पर हम इसे अपनी मांग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपेंगे। इसके लिए ऑनलाइन अभियान भी चलाया जा रहा है।
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