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Cyclone Fani: बढ़ रहा फानी तूफान का खतरा, हाई अलर्ट पर भारतीय नौसेना

चक्रवाती तूफान फानी के संभावित खतरे को लेकर भारतीय नौसेना भी हाई अलर्ट पर है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 1 मई की शाम तक यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 08:39 AM (IST)Updated: Tue, 30 Apr 2019 08:53 AM (IST)
Cyclone Fani: बढ़ रहा फानी तूफान का खतरा, हाई अलर्ट पर भारतीय नौसेना
Cyclone Fani: बढ़ रहा फानी तूफान का खतरा, हाई अलर्ट पर भारतीय नौसेना

नई दिल्‍ली, एएनआइ। Cyclone Fani चक्रवाती तूफान 'फानी' के संभावित खतरे को लेकर भारतीय नौसेना भी हाई अलर्ट पर है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 1 मई की शाम तक यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। विभाग ने फानी के कारण केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा के इलाकों में अगले कुछ दिन बारिश का पूर्वानुमान जताया है। ऐसे में तूफान से प्रभावित होने वाले लोगों को सुरक्षा प्रदान करने और राहत सामग्री पहुंचाने का पूरा इंतजाम कर लिया है। नौसेना ने तंबू, कपड़े, दवाइयां, कंबल, भोजन सामग्री, रबड की नाव, डाक्‍टर्स और अतिरिक्‍त गौताखोरों को तैयार रखा है। नौसेना ने किसी भी आपात स्थिति से गुजरने के लिए अपनी ओर से पूरी तैयारी कर ली है।

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भारतीय नौसेना के मुताबिक, नौसेना के विमान अराककोनम, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आइएनएस देवगा में नौसेना के वायुयान स्टेशनों आइएनएस राजली में भी खड़े हैं। आपात स्थिति में अगर आवश्यकता पड़ती है, तो यहां से मुसीबत में फंसे लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 मई से 3 मई तक बंगाल की खाड़ी से लेकर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर तेज हवाएं चलेंगी। ऐसे में प्रशासन ने कुछ दिनों तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।

खतरनाक रूप लेते जा रहे चक्रवाती तूफान फानी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीर चिंता जताई है और अधिकारियों को सुरक्षात्मक उपाय और मदद करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी (एनसीएमसी) ने बैठक कर हालात का जायजा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में कहा, 'चक्रवात फानी के कारण उत्पन्न स्थिति के बारे में अधिकारियों से बात की है। उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने को कहा है। साथ ही उनसे प्रभावित राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया है। मैं सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।'

बता दें कि अभी चक्रवाती तूफान की रफ्तार 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की बनी हुई है। इसके चलते 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। गुरुवार तक चक्रवात के अत्यधिक गंभीर होने पर 170-180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है जो 195 किलोमीटर प्रतिघंटे तक जा सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल के तटवर्ती इलाकों में कहीं हल्की, कहीं सामान्य तो कहीं बहुत ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है।


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