Move to Jagran APP

Cyber Crime : साइबर फ्रॉड अलर्ट टेस्ट में 60 फीसद औसत, क्रेडिट लिमिट तक नहीं पता

टेस्ट देने वाले 60 फीसद लोग साइबर फ्राड (ठगी) के बारे में औसत या उससे कम जानकारी रखते हैं। 70 फीसद लोगों को क्रेडिट कार्ड और उसकी लिमिट से जुड़े सवालों के जवाब नहीं पता हैं। 26 फीसद लोग ट्रांजेक्शन (आनलाइन लेनदेन) के बाद मोबाइल में मैसेज नहीं देखते।

By Tilak RajEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 04:50 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 04:50 PM (IST)
Cyber Crime : साइबर फ्रॉड अलर्ट टेस्ट में 60 फीसद औसत, क्रेडिट लिमिट तक नहीं पता
26 फीसद बैंक में होने वाले ट्रांजेक्शन मैसेज देखने में बरतते हैं लापरवाही

ग्वालियर, रामेंद्र परिहार। मध्य प्रदेश की राज्य साइबर पुलिस के ग्वालियर जोन के पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने साइबर फ्राड अलर्ट टेस्ट 'ट्वेंटी-क्विज' (सर्वे) कराया। इस सर्वे के परिणाम चौंकाने वाले रहे। टेस्ट देने वाले 60 फीसद लोग साइबर फ्राड (ठगी) के बारे में औसत या उससे कम जानकारी रखते हैं। 70 फीसद लोगों को क्रेडिट कार्ड और उसकी लिमिट से जुड़े सवालों के जवाब नहीं पता हैं। 26 फीसद लोग ट्रांजेक्शन (आनलाइन लेनदेन) के बाद मोबाइल में मैसेज नहीं देखते।

loksabha election banner

अग्रवाल ने साइबर फ्राड के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आनलाइन सर्वे कराया है। इसमें बैंक व्यवहार, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, यूपीआइ लिंक, पिन, एटीएम बूथ पर व्यवहार से संबंधित 20 से अधिक सवाल चार भाग में पूछे गए थे। सर्वे के लिए एक लिंक दी गई है, जिस पर कोई भी सवालों के जवाब देकर सतर्कता के स्तर की जांच कर सकता है। सभी सवालों के जवाब के आधार पर 100 अंक में से नंबर दिए जाते हैं। 60 नंबर को औसत आधार माना जा रहा है। 24 अगस्त से 24 सितंबर के बीच 2500 लोगों ने यह टेस्ट दिया है।

यह आया परिणाम

भाग-1

बैंक में होने वाले ट्रांजेक्शन और उनकी जानकारी से संबंधित तीन सवाल व उनका परिणाम

- छह फीसद लोगों को मोबाइल पर ट्रांजेक्शन मैसेज नहीं आते।

- सात फीसद लोग ट्रांजेक्शन के बाद मैसेज नहीं देखते।

- 13 फीसद लोग कभी-कभार ट्रांजेक्शन के मैसेज देखते हैं।

- 26 फीसद ट्रांजेक्शन मैसेज देखने में लापरवाही बरतते हैं।

भाग-2

क्रेडिट कार्ड से जुड़े चार सवाल और उनका परिणाम

- 32 फीसद लोगों के पास क्रेडिट कार्ड है।

- 40 फीसद कहते हैं कि जरूरत नहीं है, फिर भी बैंक ने दे दिया।

- 20 फीसद को क्रेडिट कार्ड की लिमिट नहीं पता।

-70 फीसद नहीं जानते कि बैंक बिना बताए क्रेडिट लिमिट बढ़ा सकते हैं।

भाग-3

डेबिट कार्ड और उसके पिन, ओटीपी के संबंध में सवाल व परिणाम

- तीन फीसद का डेबिट कार्ड घर में कोई भी उपयोग करता है।

- 2.5 फीसद किसी को भी डेबिट कार्ड दे देते हैं।

- 45.5 फीसद लोग एटीएम में सुरक्षा गार्ड की मदद लेते हैं।

भाग-4

आनलाइन खरीदारी, कस्टमर केयर, फेसबुक फ्रेंड से गिफ्ट का लालच देकर ठगी, लाटरी या लोन के नाम पर ठगी से संबंधित 12 सवाल और उनका परिणाम

- 50 फीसद ने इसमें गलत जवाब या जानकारी नहीं होने की बात कही।

- करीब 40 फीसद को यूपीआइ (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) और पिन के संबंध में जानकारी नहीं है

ऐसे दे सकते हैं टेस्ट

पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने बताया कि अलर्ट टेस्ट देने के इच्छुक लोग इंटरनेट पर एमपी साइबर पुलिस जोन-ग्वालियर टाइप करें, फिर फेसबुक पेज का विकल्प आएगा। जहां लिंक मिलेगी। उस पर क्लिक करते ही ट्वेंटी-क्विज के नाम से प्रश्नोत्तरी खुलेगी। चार स्तर पर इसके जवाब दे सकते हैं। इसमें गोपनीय जानकारी नहीं मांगी गई है। लिंक पूरी तरह सुरक्षित है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.