प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम से अधिकारियों को धमका रहे थे बदमाश, पकड़े गए
उज्जैन के आबकारी उपायुक्त राजेश हेनरी ने 11 दिसंबर को शिकायत की थी कि उनके सरकारी मोबाइल फोन पर किसी ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताते हुए धमकाया था।
उज्जैन, जेएनएन। मध्य प्रदेश के उज्जैन के आबकारी उपायुक्त को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के नाम पर धमकी देने और ढाई लाख रुपये की मांग करने वाले दिल्ली के तीन बदमाशों ने उत्तर प्रदेश व हरियाणा के भी कई अधिकारियों-राजनेताओं को धमकी दी थी। इंदौर पुलिस उन्हें अन्य मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी। मंगलवार को उज्जैन पुलिस तीनों बदमाशों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। आरोपितों ने खुद को राजनीतिक पार्टी से भी जुड़ा बताया है। पुलिस बदमाशों के बयानों की तस्दीक कर रही है।
पीएमओ का अधिकारी बताकर धमकाया
मप्र पुलिस की राज्य साइबर सेल के थाना प्रभारी राजेश गोमे ने बताया कि उज्जैन के आबकारी उपायुक्त राजेश हेनरी ने 11 दिसंबर को शिकायत की थी कि उनके सरकारी मोबाइल फोन पर किसी ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताते हुए धमकाया था। उसने कहा-'तुम्हारी भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति के मामले की शिकायत मिली है। इसे रफा-दफा करने के लिए ढाई लाख रुपये दो।' राजेश ने बताया कि जांच में पता चला कि ऐसे ही एक मामले में इंदौर पुलिस ने दिल्ली के तीन बदमाशों-कमलेश उर्फ पिंटू, नीरज उर्फ आशीष वर्मा, धीरज साहनी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद इंदौर कोर्ट ने तीनों को जेल भेज दिया था। अब प्रोडक्शन वारंट पर तीनों को उज्जैन लाकर पूछताछ की जा रही है।
भिंड के अधिकारी से ऐंठे थे रुपये
आरोपितों ने बताया कि भिंड के बिजली विभाग के दो अधिकारियों को भी उन्होंने धमकी दी थी। इस पर दोनों ने दिल्ली आकर उन्हें रुपये दिए थे।
नोएडा में आलीशान फ्लैट
कमलेश शर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह उत्तर प्रदेश में एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है। उसके कई बड़े नेताओं से संबंध हैं। वह नोएडा में आलीशान फ्लैट में रहता है। इसके अलावा आर्गेनिक खेती का भी काम करता है।
कई राज्यों में मामले दर्ज
पुलिस के अनुसार बदमाश कमलेश काफी शातिर है। वह बड़े अधिकारियों से मोबाइल पर बात करता था। वह खुद को भी पीएमओ का बड़ा अधिकारी बताते हुए उन पर रौब झाड़ता था। पुलिस के अनुसार कमलेश शर्मा के खिलाफ इसी तरह अधिकारियों को धमकाने के केस दर्ज हैं। इनमें उत्तर प्रदेश में लखनऊ, हरियाणा के रेवाड़ी तथा मप्र में भोपाल के मामले शामिल हैं।