चुनाव दर चुनाव ऐसे बढ़ा यूपी की राजनीति में अपराधियों का ग्राफ
अब साल 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में ही आपराधिक छवि के नेताओं का जमकर बोलबाला देखा जा रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। राजनीति में अपराधीकरण पिछले कुछ सालों में बड़ी तेजी से बढ़ा है। आज जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो रहा है तो जागरण डॉट कॉम पर हम आपको बता रहे हैं पिछले कुछ चुनावों से यूपी की राजनीति में किस तरह से अपराधियों और बाहुबलियों का दबदबा बढ़ा है।
साल 2007 की विधानसभा के बारे में बात की जाए तो 403 विधायकों में से 140 यानि 35 फीसद विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज थे, जबकि कुल 78 यानि 19 फीसद विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे।
इसी तरह साल 2012 के विधानसभा चुनाव के बाद विधायक बने 403 नेताओं में से कुल 189 यानि 47 फीसद आपराधिक छवि के थे। जबकि कुल 98 यानि 24 फीसद पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे।
और अब साल 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में ही आपराधिक छवि के नेताओं का जमकर बोलबाला देखा जा रहा है। शनिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, एटा, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, कासगंज, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली जिलों में की जनता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रही है।
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बता दें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की कुल 73 सीटों के लिए 839 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। नई दिल्ली के एसोसिएशन फोर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने 836 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है।
जिन 836 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया है, उनमें से 168 यानि 20 फीसद उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 143 प्रत्याशी यानि 17 फीसद पर गंभीर अपराध (जैसे- हत्या, बलात्कार, हत्या की कोशिश, अपहरण) जैसे मामले दर्ज हैं। 15 पर हत्या, 42 पर हत्या की कोशिश, 5 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ गंभीर अपराध और 2 के विरुद्ध फिरौती आदि से संबंधित मामले दर्ज हैं।
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राजनीतिक दलों की बात करें तो भाजपा के 73 में से 29 यानि 40 फीसद, बसपा के 28 यानि 38 फीसद, रालोद के 57 में से 19 (33 फीसद), सपा के 51 में से 15 (29 फीसद), कांग्रेस के 24 में से 6 (24 फीसद) और 293 निर्दलियों में से 38 यानि 13 फीसद उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भाजपा के 22 (30 फीसद), बसपा के 26 (36 फीसद), रालोद के 15 (26 फीसद), सपा के 13 (26 फीसद) और 34 निर्दलीय यानि 12 फीसद पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं।