NCRB- वर्ष 2018 में अपहरण ही नहीं महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा के मामले भी बढ़े
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 में आपराधिक मामलों में 2017 के मुकाबले तेजी आई है। इस दौरान अपहरण के अलावा महिलाओं के साथ होने अपराध भी बढ़े हैं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। वर्ष 2018 में देश में आपराधिक मामलों में तेजी देखने को मिली है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान देश में 50,74,634 मामले देश भर में दर्ज किए गए। वहीं 2017 में दर्ज मामलों की संख्या 50,07,044 थी। इसके मुताबिक वर्ष 2017 की तुलना में वर्ष 2018 में दर्ज किए गए मामलों में करीब 1.3 फीसद की तेजी आई है। हालांकि प्रति लाख जनसंख्या के हिसाब से इन मामलों में गिरावट देखने को मिली है। यह इस वर्ष में 388.6 से घटकर 383.5 हो गया है।
2018 बढ़ गए आपराधिक मामले
आंकड़ों के मुताबिक 2018 में आईपीसी के तहत दर्ज मामलों में वर्ष 2017 की तुलना में 2.3 फीसद का इजाफा देखा गया है। वहीं, स्पेशल एंड लोकल लॉ के अंतर्गत दर्ज मामलों में 0.1 फीसद की गिरावट दर्ज हुई है। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2018 में 61.7 फीसद मामले आईपीसी और 38.3 फीसद मामले एसएलएल के तहत दर्ज किए गए।
अपहरण और हत्या के मामले बढ़े
इस दौरान वॉयलेंट क्राइम जिसमें हत्या और किडनैपिंग शामिल है, में 29,017 और 1,05,734 मामले दर्ज किए गए। 2017 के मुकाबले यदि देखें तो हत्या के मामलों में 1.3 फीसद की तेजी देखी गई है। वहीं अपहरण के मामलों में भी वर्ष 2017 के मुकाबले 10.3 फीसद की तेजी आई। वर्ष 2017 में अपहरण के 95,893 मामले दर्ज हुए थे। आपको यहां पर ये भी बता दें कि देश भर में करीब 9,623 हत्याएं विवाद के चलते, 3,875 हत्याएं आपसी रंजिश के चलते और 2,995 हत्याएं वर्चस्व के तहत की गई थी। अपहरण से जुड़े मामलों में जो खास बात सामने आई है उसमें ये है कि देशभर में जितने मामले मामले सामने आए उनमें अधिकतर महिलाओं का अपहरण किया गया। कुल 105,536 मामलों में से करीब 80,871 मामले महिलाओं के और 24,665 मामले पुरुषों के अपहरण से जुड़े थे। इसमें 63,356 बच्चे और 42,180 व्यस्क थे।
महिलाओं के साथ अपराध
महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों की बात करें तो वर्ष 2018 में घरेलू हिंसा के तहत सबसे ज्यादा मामले सामने आए। इसमें महिला का पति या अन्य रिश्तेदार शामिल था। इस तरह के करीब 31.9 फीसद मामले देशभर में दर्ज हुए हैं। वही महिलाओं को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने के करीब 27.6 फीसद और महिलाओं के अपहरण के 22.5 फीसद मामले दर्ज हुए। वहीं दुष्कर्म के करीब 10.3 फीसद मामले पूरे देश में वर्ष 2018 के दौरान दर्ज किए गए थे। बच्चों के साथ होने वाले अपराधों का भी आंकड़ा बेहद चौंकाने वाला है। इसमें 44.2 फीसद मामले अपहरण के 34.7 फीसद मामले पाक्सो एक्ट के तहत दर्ज किए गए।
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