कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड ज्यादा स्पाइक-रोधी एंटीबाडी करती है पैदा, एक अध्ययन में दावा
देश में टीकाकरण के तहत लगाई जाने वाली दोनों वैक्सीन यानी कोविशील्ड और कोवैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ अच्छी प्रतिरक्षा प्रदान करती हैं। परंतु कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड ज्यादा स्पाइक-रोधी एंटीबाडी पैदा करती और इसकी सेरोपाजिटिविटी दर भी अधिक है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। देश में टीकाकरण के तहत लगाई जाने वाली दोनों वैक्सीन यानी कोविशील्ड और कोवैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ अच्छी प्रतिरक्षा प्रदान करती हैं। परंतु, कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड ज्यादा स्पाइक-रोधी एंटीबाडी पैदा करती और इसकी सेरोपाजिटिविटी दर भी अधिक है। एक नवीनतम अध्ययन में यह दावा किया गया है।
स्वास्थ्यकर्मियों के बीच यह अध्ययन किया गया। इसकी रिपोर्ट मेडरेक्सिव में प्रकाशित हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों वैक्सीन की दोनों डोज के बाद 515 स्वास्थ्यकर्मियों (305 पुरुष 210 महिला) में से 95.0 फीसद में सेरोपाजिटिविटी पाई गई। इनमें से 425 को कोविशील्ड लगाई गई थी और 90 को कोवैक्सीन। कोविशील्ड लेने वाले 98.1 फीसद में और कोवैक्सीन लेने वाले 80.0 फीसद में सेरोपाजिटिविटी पाई गई।
इसी तरह कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड लेने वालों में स्पाइक-रोधी एंटीबाडी की मात्रा भी ज्यादा मिली। अध्ययन के मुताबिक दोनों वैक्सीन लेने वालों में किसी भी गंभीर प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला। स्पाइक कोरोना वायरस का प्रोटीन है। इसी के सहारे वायरस इंसान को संक्रमित करता है।