मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना संक्रमित महिला ने दो जुड़वां बच्चों को दिया जन्म
मध्य प्रदेश का इंदौर शहर कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बना हुआ है। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या करीब तीन हजार के पास पहुंच गई है।
इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना पॉजिटिव महिला ने जुड़वां बेटों को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। शनिवार सुबह महाराजा तुकोजीराव अस्पताल (एमटीएच) में इंदौर के नंदा नगर निवासी 30 वर्षीय महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। महिला कोविड पॉजिटिव है। कोरोना की पुष्टि के बाद उसे 10 मई को एमटीएच में भर्ती किया गया था। गंभीर लक्षण नहीं होने से 17 मई को उसे अस्पताल से छुट्टी दे गई। घर पर ही उसका इलाज चल रहा था।
प्रसव कराने वाली टीम में शामिल डॉ. अनुपमा दवे के मुताबिक महिला को आठ माह का गर्भ था। गर्भवती होने की वजह से कोरोना के इलाज के दौरान भी उसका खास ध्यान रखा गया। 17 मई को अस्पताल से डिस्चार्ज करते वक्त उसे हिदायत दी थी कि जब भी प्रसव वेदना हो तो वह तुरंत अस्पताल आ जाए। वह कोरोना पॉजिटिव है, इसलिए प्रसव एमटीएच में ही करने का निर्णय लिया गया।
महिला को पहले से एक बच्चा है
शुक्रवार को महिला प्रसव वेदना की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंची। शनिवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे उसने दो बच्चों को जन्म दिया। प्रसव सामान्य हुआ। बच्चों का वजन 1.6 और 1.7 किलोग्राम है। महिला को पहले से एक बच्चा भी है। एक बार उसका गर्भपात भी हो चुका है। डॉ. दवे के मुताबिक नवजातों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका कम है। बावजूद इसके पूरी सावधानी रखी जा रही है।
एमटीएच अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक सुमित शुक्ला ने बताया कि महिला कोरोना पॉजिटिव है, इसलिए प्रसव एमटीएच में कराने का निर्णय लिया गया। जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। डॉक्टरों की टीम सतत उनकी निगरानी कर रही है।
बता दें कि मध्य प्रदेश का इंदौर शहर कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित इंदौर में ही हैं। शनिवार को एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण करने वाले 83 लोग सामने आए हैं। इनसे मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित जिले में COVID-19 मामले की गिनती 2,933 तक पहुंच गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रवीण जदिया ने कहा कि 40 वर्षीय मृतक का टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद जिले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 111 हो गई।