शर्मनाक! Covid-19 से बचाने वालों पर कहीं हो रहा पथराव तो कहीं की जा रही बदसलूकी
एक तरफ जहां देश कोरोना से जंग लड़ रहा है वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इनसे लड़ने वालों को ही निशाना बना रहे हैं। इंदौर में डॉक्टरों पर हुई पत्थरबाजी इसका सुबूत है।
नई दिल्ली। भारत में भारत में कोरोना वायरस के बढ़ती संख्या के बीच तीन तस्वीरों पर गौर करना बेहद जरूरी है। पहली तस्वीर इन मरीजों की है जो कोरोना वायरस से पीडि़त हैं दूसरी तस्वीर प्रशासन और पुलिस के उन जवानों की है जो अपनी जान की परवाह न कर लोगों को बचाने सड़कों पर उतरे हुए हैं। वहीं तीसरी तस्वीर अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टरों, नर्सों और दूसरे स्टाफ की है जो दिन रात एक कर इन्हें ठीक करने में दिन रात एक किए हुए हैं। इसके अलावा एक और तस्वीर जहन को झकझौरने वाली है जिसमें क्वारंटाइन किए गए लोग प्रशासन और अस्पताल से जुड़े लोगों से या तो बदसलूकी कर रहे हैं या फिर इन पर पथराव कर रहे हैं। पहली तीन तस्वीरें जहां इंसान और इंसानियत को बचाती हुई हैं वहीं चौथी तस्वीर इंसानियत को ही शर्मसार करने वाली है। ऐसी तस्वीरें और खबरें देश के कुछ हिस्सों से हमारे सामने आई हैं।
इंदौर में ऐसी ही तस्वीर उस वक्त सामने आई जब वहां के टाटपट्टी बाखल में तहसीलदार चरणजीत हुडा के साथ दो महिला डॉक्टर अपने कुछ दूसरे साथियों के साथ कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों का सर्वे करने पहुंचे थे। यूं तो इनके साथ में पुलिस के कुछ जवान भी थे लेकिन इनका रास्ता रोकने और इन पर पत्थर बरसाने वालों का हुजूम इनसे कहीं ज्यादा था। इन लोगों ने इन्हें देखते के साथ ही इन पर पथराव शुरू कर दिया। इलाके में तैनात अपर कलेक्टर दिनेश जैन की मानें तो इन्हें देखकर ऐसा लगा कि ये लोग पहले से इस तरह के हमले की योजना बनाकर बैठे थे। उनके मुताबिक यहां पर पहले भी ऐसा सर्वे हुआ था और करीब 75 लोगों को इंदौर लॉ इंस्टीट्यूट के भवन में आइसोलेट करने के लिए भेजा था। उनके मुताबिक जब डॉक्टरों की टीम अपने साथियों के साथ वहां पहुंची तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने उनका धन्यवाद भी दिया। इसके कुछ ही देर बाद वहां पर लोग एकत्रित हो गए और डॉक्टरों की टीम पर पथराव करने लगे।
ऐसी ही एक खबर चंदरनगर क्षेत्र से भी सामने आई जब एक महिला ने क्वारंटाइन सेंटर जाने से इनकार कर दिया। आपको बता दें कि ये महिला कोरोना पॉजीटिव थी और पुलिस ने इसके आस पास के करीब साठ लोगों को क्वारंटाइन सेंटर चलने की गुजारिश की थी। इसके बावजूद ये लोग पुलिस की बात को अनसुना कर बाजारों में घूमते रहे। बाद में पुलिस ने आधी रात में इनके घरों पर रेड कर इनको क्वारंटाइन सेंटर भेजा। आपको बता दें कि यहां के रानीपुरा, नूरानी नगर, तंजीम नगर, खजराना, चंदन नगर, दौलतगंज, टाटपट्टी बाखल, खातीवाला टैंक, दाऊदी नगर, कोयला बाखल, अहिल्या पल्टन, आजाद नगर, एमआर-9 क्षेत्र कॉलोनी को यहां से आ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों को देखते हुए कंटेनमेंट घोषित किया गया है। रानीपुरा व खजराना क्षेत्र के तीन मरीज कुछ दो दिन पहले एमआरटीबी अस्पताल से भाग निकले। इनमें से दो की रिपोर्ट पॉजिटिव थी।