Covid Vaccine: भारत बायोटेक ने 14 राज्यों को शुरू की कोवैक्सीन की सीधी आपूर्ति, जानें उन राज्यों के बारे में
भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इला ने कहा है कि कंपनी ने दिल्ली और महाराष्ट्र सहित 14 राज्यों को कोविड-19 की वैक्सीन कोवैक्सीन की सीधी आपूर्ति एक मई से शुरू कर दी है। केंद्र सरकार द्वारा किए गए आवंटन के अनुसार वैक्सीन की आपूर्ति शुरू की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इला ने कहा है कि कंपनी ने दिल्ली और महाराष्ट्र सहित 14 राज्यों को कोविड-19 की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' की सीधी आपूर्ति एक मई से शुरू कर दी है। हैदराबाद स्थित कंपनी ने केंद्र सरकार द्वारा किए गए आवंटन के अनुसार कोविड-19 की वैक्सीन की आपूर्ति शुरू की है। इला ने ट्वीट किया, भारत बायोटेक एक मई, 2021 से भारत सरकार द्वारा किए गए आवंटन के आधार पर इन राज्य सरकारों को कोवैक्सीन की सीधी आपूर्ति की पुष्टि करती है। अन्य राज्यों से भी अनुरोध मिले हैं और हम स्टाक की उपलब्धता के आधार पर वितरण करेंगे।
Glad to announce 🇮🇳Bharat Biotech confirms direct supplies of COVAXIN to the following state govt’s since 1/5/21, based on the allocations received by GoI. Requests have been received from other states, & will be processed for distribution based on availability of stocks 24x7🙏🏼 pic.twitter.com/OHrgXnw5Mj
— suchitra ella (@SuchitraElla) May 8, 2021
केंद्र सरकार की ओर से किए गए आवंटन के अनुसार आपूर्ति कर रही कंपनी
कंपनी इस समय आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और बंगाल को वैक्सीन की आपूर्ति कर रही है। 29 अप्रैल को भारत बायोटेक ने राज्यों के लिए कोवैक्सीन की कीमत 600 रुपये प्रति डोज से घटाकर 400 रुपये प्रति डोज करने का एलान किया था। कीमत को लेकर विभिन्न पक्षों द्वारा आलोचना किए जाने के बाद इसने यह कदम उठाया था, क्योंकि केंद्र सरकार को कंपनी 150 रुपये प्रति डोज में ही कोवैक्सीन दे रही है।
टीकाकरण की जरूरतों को पूरा करने के लिए सहयोग जरूरी
सुचित्रा इला ने कहा था कि वैक्सीन की भारी मांग को पूरा करने के लिए भागीदारी, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विभिन्न महत्वपूर्ण उपकरणों और सामग्रियों की आपूर्ति जरूरी है। यूरोपीय संघ-भारत कारोबार गोलमेज सम्मेलन में इला ने कहा था कि पेटेंट छूट से अधिक महत्वपूर्ण साझेदारी और कच्चे माल की लगातार आपूर्ति है, जो उत्पादन को गति देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इससे न सिर्फ घरेलू मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी, बल्कि पूरी दुनिया की मांग को पूरा किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे विशाल देश में टीकाकरण की जरूरतों को पूरा करने के लिए सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा, 'हम इसे (कोवैक्सीन) अमेरिका में पंजीकृत कर रहे हैं और हमें यूरोप में ऐसा करके खुशी होगी.. इसलिए हमें यूरोपीय संघ की कंपनियों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग करने और साझेदारी करने में खुशी होगी।' इला ने कहा, 'भारत एक बड़ा देश है। हम अपनी आबादी को 2.6 अरब (1.3 अरब लोगों के लिए जुड़वां खुराक) टीके नहीं लगा सकते जो इस वक्त की मांग है।'