दायरा बढ़ते ही टीकाकरण का बना रिकॉर्ड, जानें 24 घंटे में कितने लोगों को लगी कारोना रोधी वैक्सीन
COVID-19 vaccination drive कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के दायरे में 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को शामिल करने के बेहतर नतीजे दिखने लगे हैं। जानें बीते 24 घंटे के दौरान कितने लाभार्थियों को लगाई गई कोरोना रोधी वैक्सीन...
नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के दायरे में 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को शामिल करने के बेहतर नतीजे दिखने लगे हैं। बीते 24 घंटे के दौरान करीब 37 लाख टीके लगाए गए, जो एक दिन पहले के मुकाबले तीन गुना है। 31 मार्च को टीके की 13 लाख डोज दी गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एक दिन में टीकाकरण का अब तक का यह सर्वाधिक आंकड़ा है।
बना नया रिकॉर्ड
सरकार के इस फैसले के बाद पहले दिन के टीकाकरण में ही नया रिकॉर्ड बन गया। मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार सुबह सात बजे तक के टीकाकरण को लेकर जो अस्थायी रिपोर्ट जारी की गई है, उसके मुताबिक पिछले एक दिन में वैक्सीन की कुल 36,71,242 डोज दी गईं। इसके लिए देश भर में 51,215 टीका सत्रों का आयोजन किया गया। इनमें से 33,65,597 लाभार्थियों को पहली और 3,05,645 को दूसरी डोज दी गई।
छह करोड़ 87 लाख से ज्यादा डोज दी गई
आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश भर में वैक्सीन की कुल छह करोड़ 87 लाख 89 हजार से ज्यादा डोज दी जा चुकी हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 3.17 करोड़ डोज 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को दी गई है।
आठ राज्यों में 59.58 फीसद डोज
मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक दी गई कोरोना वैक्सीन की कुल डोज में 59.58 फीसद सिर्फ आठ राज्यों में ही दी गई हैं। ये राज्य हैं- महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल। इनमें से राजस्थान को छोड़कर शेष राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
लाभार्थी पहली डोज दूसरी डोज
1- स्वास्थ्यकर्मी 83.06 लाख 52.84 लाख
2- फ्रंटलाइन वर्कर 93.53 लाख 40.97 लाख
3- वरिष्ठ नागरिक 3.17 करोड़ 2.18 लाख
4- गंभीर रोगों से ग्रस्त 97.83 लाख 39,401
घर-घर टीका लगाने को लेकर याचिका
बॉम्बे हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना रोधी टीका लगाने के लिए घर-घर टीकाकरण अभियान शुरू करने की मांग की गई है। अदालत से इस संबंध में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को निर्देश देने का आग्रह किया गया है।
दी गई यह दलील
याचिका में कहा गया है कि हो सकता है कि 75 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोग टीका केंद्र तक पहुंचने में असमर्थ हों या उन्हें परेशानी हो रही हो। इसलिए यह समय की मांग है कि केंद्र सरकार घर-घर जाकर टीका लगाने का अभियान शुरू करे, ताकि बुजुर्गो के साथ ही शारीरिक या मानसिक रूप से दिव्यांग लोगों का भी टीकाकरण हो सके। यह भी कहा गया है कि प्रशासन इसके लिए शुल्क भी निर्धारित कर सकता है।
टीकाकरण में तेजी पर जोर
दरअसल, पिछले दो हफ्तों से कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए बचाव के सख्त उपायों के साथ ही टीकाकरण में तेजी लाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने टीकाकरण के दायरे में पहली अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को लाने का फैसला किया। इससे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और वरिष्ठ नागरिकों के साथ ही 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी, जो निर्धारित 20 गंभीर बीमारियों में से किसी एक से भी ग्रस्त थे।