Coronavirus Vaccine News: दुनिया के कई देशों ने टीकाकरण के लिए अपनाई ऐसी रणनीति
Coronavirus Vaccine News फ्लोरिडा में 65 साल से अधिक आयु के लोग पहले चरण का हिस्सा हैं जबकि टेक्सास में अधिक आयु के और जोखिम वाले लोग दूसरे चरण में हैं। वहीं न्यूयॉर्क में ऐसे लोगों को तीसरे चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। Coronavirus Vaccine News कोविड-19 महामारी से करीब एक साल तक जूझने के बाद अब जाकर हमें वैक्सीन मिली है। भारत में टीकाकरण अभियान का आगाज आज से हो रहा है। वहीं वैश्विक स्तर पर करीब तीन करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी है और कई देश अपने प्राथमिक चरण को पूरा करने की ओर हैं। दुनिया के कई देशों ने अपने लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए कई तरह की रणनीति अपनाई है। आइए जानते हैं कि वैश्विक स्तर पर हो रहे टीकाकरण में कौन-सा देश किस रणनीति के साथ कोविड-19 महामारी के खिलाफ उतरा है और अब तक दुनिया में कितनी वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
इजरायल: 24 घंटे खुराक
वैक्सीन: फाइजर, मॉडर्ना
कुल मामले: 5.33 लाख
कुल मौतें: 3,892
- इजरायल ने कोविड-19 टीकाकरण की दिशा में तेजी से काम किया है। सिर्फ दो सप्ताह में कुल 93 लाख की आबादी में से 15 फीसद को वैक्सीन लगाई गई है। टीकाकरण केंद्र 24 घंटे खुले हैं
- रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने वैक्सीन की एक खुराक के लिए फाइजर को 30 डॉलर (करीब 2,195 रुपये) की कीमत चुकाई है
- इजरायल में 18 साल से अधिक के सभी लोगों को सरकार द्वारा वित्त पोषित चार स्वास्थ्य योजनाओं में से किसी एक से जुड़ना जरूरी है। यहां कोविड-19 की टेस्टिंग के लिए कोई शुल्क नहीं है।
- डिजिटल सिस्टम के जरिये जोखिम वाले समूहों की पहचान कर उन्हें टीकाकरण के लिए बुलाया जाता है। लाइन में लगने के 20 मिनट में टीकाकरण हो जाता है।
डेनमार्क: वैक्सीन पासपोर्ट
वैक्सीन: फाइजर
कुल मामले: 1.87 लाख
कुल मौतें: 1,720
डेनमार्क ने अपनी 58 लाख की आबादी के लिए टीकाकरण दिसंबर में शुरू किया।
अभी तक दो फीसद से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
- डेनमार्क ने वैक्सीन पासपोर्ट को मान्यता दी है, जो कि नागरिकों को दूसरे देश जाने की अनुमति देता है।
- चयनित लाभार्थियों को ई-बॉक्स के जरिये उनके कार्यस्थल और दूसरी जगहों पर सूचित किया जाता है। ई-बॉक्स एक सुरक्षित मेल बॉक्स सर्विस है, जिसमें निजी/ सार्वजनिक क्षेत्र के लोगों से ई-मेल प्राप्त किए जाते हैं।
- स्थानीय केंद्रों पर जो लोग टीकाकरण के लिए जाते हैं, उन्हें पहले टीकाकरण के लिए समय लेना पड़ता है। हालांकि इसके लिए पहले उन्हें आधिकारिक अनुमति प्राप्त करनी होती है।
अमेरिका: हजारों शीशियां बेकार
वैक्सीन: फाइजर, मॉडर्ना
कुल मामले: 2.38 करोड़
कुल मौतें: 3.98 लाख
- अमेरिका में टीकाकरण शुरू हो चुका है, लेकिन यह व्यवस्थित नहीं है। करीब 35 लाख खुराक (अमेरिका का कुल 12 फीसद) कैलिफोर्निया भेजी गई थी, लेकिन उनमें से सिर्फ 8 लाख इंजेक्शन ही दिए जा सके।
- न्यूयॉर्क में सैकड़ों की संख्या में खुराक बर्बाद हो गई। सैंकड़ों शीशी में मौजूद आधी खुराकों को दिन के आखिर में फेंकना पड़ा। फाइजर की एक आदर्श शीशी में छह खुराक आती है। हालांकि अमेरिका में सीरींज इन सभी खुराकों को निकालने में समर्थ नहीं थी।
इटली: डिजाइनर टीकाकरण केंद्र
वैक्सीन: फाइजर कुल मामले: 23.36 लाख
कुल मौतें: 80,848
- इटली के आर्किटेक्ट स्टेफनो बोइरी ने देश भर के टीकाकरण केंद्रों को डिजाइन किया है। जहां लोगों को अस्पताल का विकल्प मिलता है, जिससे टीकाकरण को बढ़ावा दिया जा सके।
- फाइजर की नौ लाख खुराक की डिलीवरी 27 दिसंबर को की गई थी, तब से करीब 55 फीसद खुराक लोगों को दी जा चुकी है।
ब्रिटेन: खुराक के बीच समय बढ़ाया
वैक्सीन: फाइजर, ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका
कुल मामले: 32.60 लाख कुल मौतें: 86,015
- ब्रिटेन में साल के आखिर में आने वाली छुट्टियों के कारण वैक्सीन लगाने के कार्य की धीमी शुरुआत हुई। हालांकि बाद में इसने गति पकड़ी।
- देश में दोनों खुराकों के मध्य तीन से चार सप्ताह के बजाय 12 सप्ताह का अंतर रखा गया है। इसके जरिये सिर्फ एक खुराक देकर ज्यादा लोगों को 70 फीसद सुरक्षा प्रदान करने के लिए आश्वस्त किया है।
कनाडा: मुफ्त में खुराक
वैक्सीन: फाइजर, मॉडर्ना
कुल मामले: 6.88 लाख
मौतें: 17,538
- स्वास्थ्यकर्मियों, लंबे वक्त तक देखभाल करने वाला स्टॉफ और स्थानीय लोग प्राथमिक चरण में शामिल हैं, जिन्हें मार्च तक वैक्सीन लगाई जानी है।
- कनाडा की 3.7 करोड़ आबादी में से 50 फीसद को जून तक वैक्सीन लगाने का लक्ष्य।